इसलिए विशेष है शनिश्चरी अमावस्या
वैशाख के कृष्ण पक्ष की दूसरी शनिश्चरी अमावस्या विशेष है, क्योंकि इस दिन अश्विनी नक्षत्र दोपहर 3.47 बजे तक रहेगा। आयुष्मान योग पूरे दिन-रात रहेगा। इस शनिवार के दिन अश्विनी नक्षत्र एवं आयुष्मान योग होने के कारण सोम योग का बनना अतिशुभ रहेगा। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार शनिदेव का जन्म शनिवार को अमावस्या तिथि में हुआ था, इसलिए भी शनिश्चरी अमावस्या का विशेष महत्व है। अमावस्या तिथि कार्य सिद्ध करने वाली मानी जाती है। इस बार इस अमावस्या का विशेष महत्व इसलिए भी है, क्योंकि इस वर्ष के राजा भी शनि हैं।
वैशाख के कृष्ण पक्ष की दूसरी शनिश्चरी अमावस्या विशेष है, क्योंकि इस दिन अश्विनी नक्षत्र दोपहर 3.47 बजे तक रहेगा। आयुष्मान योग पूरे दिन-रात रहेगा। इस शनिवार के दिन अश्विनी नक्षत्र एवं आयुष्मान योग होने के कारण सोम योग का बनना अतिशुभ रहेगा। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार शनिदेव का जन्म शनिवार को अमावस्या तिथि में हुआ था, इसलिए भी शनिश्चरी अमावस्या का विशेष महत्व है। अमावस्या तिथि कार्य सिद्ध करने वाली मानी जाती है। इस बार इस अमावस्या का विशेष महत्व इसलिए भी है, क्योंकि इस वर्ष के राजा भी शनि हैं।
आज सार्वजनिक यज्ञ पहलवान बब्बा मंदिर परिसर स्थित श्री शनिदेव सिद्धधाम मंदिर में सार्वजनिक यज्ञ होगा। इसमें श्रद्धालु हवन करेंगे। सुबह 5 बजे पंचांग पूजन के बाद 6 बजे से अखण्ड हवन चलेगा। शाम ७ बजे महाआरती और महाभोग होगा। इसके बाद अखंड हवन की पूर्णाहुति रात 12 बजे होगी।
पुजारी पं. रूपेश तिवारी के अनुसार यज्ञ में सभी श्रद्धालु हवन करेंगे और हवन सामग्री मंदिर में ही नि:शुल्क उपलब्ध कराई जाएगी।
पुजारी पं. रूपेश तिवारी के अनुसार यज्ञ में सभी श्रद्धालु हवन करेंगे और हवन सामग्री मंदिर में ही नि:शुल्क उपलब्ध कराई जाएगी।
शनि का राशियों पर प्रभाव गोचर ग्रहों के अनुसार, इस दिन धनु राशि में शनि के साथ केतु का विशेष योग बन रहा है। धनु राशि में शनि के भ्रमण के समय निम्न राशियों पर विभिन्न प्रभाव रहेगा, जो कि निम्न है।
1. मेष- नौवां शनि पुरानी कष्टकारी स्थितियों को दूर करेगा। दूर स्थान की यात्रा तथा आध्यात्मिक प्रवृत्ति बनेगी।
2. वृष- शनि की ढैय्या का प्रभाव रहेगा। आठवां शनि कष्टकारी रहेगा। विघ्न बाधा बनी रहेगी। देरी से सफलता मिलेगी।
2. वृष- शनि की ढैय्या का प्रभाव रहेगा। आठवां शनि कष्टकारी रहेगा। विघ्न बाधा बनी रहेगी। देरी से सफलता मिलेगी।
3. मिथुन- लेन-देन में गुप्त शत्रुओं से सावधान रहें। दूसरों से मधुर संबंध बनाने में सफलता एवं मान-सम्मान मिलेगा।
4. कर्क- मनोरंजन एवं सृजनात्मक कार्यों में सफलता मिलने के योग हैं। प्रेम के मामलों में सफलता मिलने के योग हैं।
4. कर्क- मनोरंजन एवं सृजनात्मक कार्यों में सफलता मिलने के योग हैं। प्रेम के मामलों में सफलता मिलने के योग हैं।
5. सिंह- शनि की ढैय्या से मुक्ति मिलेगी, जमीन-जायदाद सम्बन्धी विवाद से बचें।
6. कन्या- शनि की ढैय्या के प्रभाव में आएंगे, पारिवारिक सुख प्राप्त होगा। सामाजिक कार्यों में भागीदारी बढ़ेगी। आर्थिक मामलों में छोटी यात्राओं से लाभ होगा।
6. कन्या- शनि की ढैय्या के प्रभाव में आएंगे, पारिवारिक सुख प्राप्त होगा। सामाजिक कार्यों में भागीदारी बढ़ेगी। आर्थिक मामलों में छोटी यात्राओं से लाभ होगा।
7. तुला- जमीन-जायदाद के मामलों में सफलता मिलेगी, आर्थिक मामलों में स्थिति मजबूत बनने के योग हैं।
8. वृश्चिक- शनि की साढ़े साती के प्रभाव में रहेंगे। दृढ़ इच्छा शक्ति से सफलता मिलने के योग हैं।
8. वृश्चिक- शनि की साढ़े साती के प्रभाव में रहेंगे। दृढ़ इच्छा शक्ति से सफलता मिलने के योग हैं।
9. धनु- शनि की मध्य साढ़े साती के प्रभाव में रहेंगे। दृढ़ता से काम लेकर सफलता प्राप्ती के योग हैं।
10. मकर- साढ़े साती का प्रथम चरण आरंभ होगा। कार्यों में देरी होगी। बिगड़े हुए सम्बंध बनाने व बढ़ाने पर ध्यान दें।
10. मकर- साढ़े साती का प्रथम चरण आरंभ होगा। कार्यों में देरी होगी। बिगड़े हुए सम्बंध बनाने व बढ़ाने पर ध्यान दें।
11. कुंभ- व्यवसाय अथवा नौकरी में बदलाव होने की सम्भावना रहेगी। कार्यों में अच्छी शुरुआत के योग हैं।
12. मीन- उन्नति के अच्छे योग बनेंगे। यात्रा आदि से लाभ होगा। विदेश से सम्बन्ध बनने के योग हैं।
12. मीन- उन्नति के अच्छे योग बनेंगे। यात्रा आदि से लाभ होगा। विदेश से सम्बन्ध बनने के योग हैं।