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श्रीराम बने दूल्हा, शहरवासी बने बाराती

locationसागरPublished: Dec 12, 2018 08:00:37 pm

Submitted by:

sachendra tiwari

बैंड बाजे, ऊंट, घोड़ों के साथ निकली भगवान श्रीराम की भव्य बारात

Shriram became groom, city dweller, Barati

Shriram became groom, city dweller, Barati

बीना. बुधवार को श्रीराम जानकी विवाह पर पूरा शहर श्रीराम मय हो गया था। भगवान की महाराबारात में शामिल होने के लिए जन सैलाब उमड़ पड़ा था। सर्वोदय चौराहे से लेकर स्टेशन रोड, गांधी तिराहा, कच्चा रोड पर लोगों को पैर रखने भी जगह नहीं बची थी। किसी ने इस पल को आंखों में तो किसी मोबाइल में कैद किया। शहर, गांव सहित आसपास के लोग बड़ी संख्या में बारात में शामिल होने आए थे। करीब एक लाख श्रद्धालु बारात में शामिल हुए। श्रीराम विवाह आयोजन का इंतजार लोगों को वर्ष भर रहता है। श्रीराम जी की बारात सुबह 11 बजे मंदिर से शुरू हुई। महाबारात इटावा, आंबेडकर तिराहा, सर्वोदय चौराहा, कॉलेज तिराहा, गांधी तिराहा, महावीर चौक, कच्चा रोड होते श्रीरामनाम सिद्ध पीठ पर संपन्न हुई। बारात में घोड़ों पर युवक पीतल से बने सूर्यवंश के चिन्ह लेकर चल रहे थे, जिसमें सबसे आगे ध्वज, फिर हाथी, ऊंट थे। बारात में महाराष्ट्र से आए बैंड महिला-पुरुष दोनों ही बैंड बजा रहे थे। यह बैंड आकर्षण का केन्द्र रहा, इसमें आई युवतियों ने बैंडों के ऊपर खड़े होकर बैंड बजाकर लोगों का मन मोह लिया। साथ ही ग्रुप डांस, शिवजी का डांस, मयूरी नृत्य ने भी लोगों को आकर्षित किया। उज्जैन से आए घोड़ों ने भी बारात में नृत्य किया। बारात में भगवान की चरण पादुकाएं पालकी में विराजित की गईं थी। चरण पादुकाओं की श्रद्धालुओं ने जगह-जगह पूजन की। तोप से पालकी और बारातियों पर फूलों की बरसात की गई। बारात में पीछे रथ पर गुरू महाराज पं. हरदेव टोंटे विराजमान थे। श्रीराम भक्त महाबारात में कीर्तन करते हुए चल रहे थे। भगवान के भजनों पर लोग झूमते हुए नजर आए। महिलाएं सिर पर कलश रखकर भजन गाते हुए चल रही थीं। पुलिस प्रशासन द्वारा व्यवस्था बनाने के लिए यातायात भी बंद कर दिया गया था और हर जगह सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात था।शाम को बारात के समापन के बाद विशाल भंडारे का आयोजन हुआ, जिसमें हजारों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।
झांकियों ने मोहा मन
बारात में करीब तीस झांकियां शामिल हुई थीं। झांकियों में भगवान श्रीराम के जन्म से लेकर विवाह तक की चलित झांकी भी शामिल थी, जिसमें श्रीराम जन्म, ताड़का वद्ध और राम सुग्रीम मिलन, बरमाला पहनाती हुई सीता की झांकी थी। इसके अलावा बग्गियों पर अलग-अलग झांकियां सजाई गई थीं। बारात में भूत प्रेत भी नृत्य करते हुए चल रहे थे। अखाड़ों में युवाओं ने हैरतअंगेज करतब दिखाए।
इंदौर से आई थी बारात
भगवान श्रीराम की बारात इंदौर से आईथी। बारात मंदिर पहुंचने के बाद रीति रिवाजों के साथ भगवान श्रीराम और जानकी का विवाह संपन्न हुआ। हरे मंडप के नीचे भगवान को हल्दी लगाई गई और सात फेरों के बाद पांव पखराई की गई। विवाह संपन्न होने बाद बारात की विदाई हुई।
चलता रहा श्रीराम नाम कीर्तन
बारात में कीर्तन मंडली द्वारा पूरे समय श्रीराम नाम कीर्तन किया गया, जिससे पूरा वातावरण श्रीराम मय हो गया था। कीर्तन में श्रद्धालु नाचते, झूमते हुए चल रहे थे।
पूजन कर लिया आशीर्वाद
श्रद्धालुओं ने शहर में जगह-जगह भगवान श्रीराम की पूजन की। साथ ही गुरू महाराज की आरती कर आशीर्वाद लिया। लोगों ने पहले से ही स्वागत की तैयारियां कर ली थीं।

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