सागरPublished: Mar 14, 2018 04:00:29 pm
गुलशन पटेल
जिले में नॉन स्टॉप के नाम पर परिवहन सेवा में यात्रियों से मनमानी बेरोकटोक जारी है।
Slow motion from unannounced stops, manmergies in ticket prices
सागर. जिले में नॉन स्टॉप के नाम पर परिवहन सेवा में यात्रियों से मनमानी बेरोकटोक जारी है। सौ किलोमीटर की दूरी का नॉन स्टॉप परमिट लेकर चल रही बसें रास्ते में सवारियों के लालच में गंतव्य से पहले ही कई बार रोकी जाती हैं। लेकिन निर्धारित दूरी, तय समय में पूरी की जा रही हैं।
नॉन स्टॉप के नाम पर यात्रियों से धोखेबाजी के सवाल पर विभाग के जिम्मेदार शिकायत मिलने पर जांच और कार्रवाई का राग अलाप रहे हैं, लेकिन वे यह सब करेंगे कैसे इसका जवाब उनके पास नहीं है।
ये हैं नॉन स्टॉप बस संचालन की शर्तें
परिवहन विभाग कम से कम १०० किमी दूरी के लिए नॉन स्टॉप बस का परमिट जारी करता है। यानि नॉन स्टॉप परमिट लेने वाली बस स्टैंड से छूटने के बाद १०० किमी दूर अपने गंतव्य के बीच कहीं भी सवारी लेने के लिए स्टॉप नहीं लेगी। लेकिन यात्री सुविधा के हिसाब से अल्प समय की हाल्टिंग ली जा सकती है।
बस चालक हर स्टॉप पर बैठाते हैं सवारी
नॉन स्टॉप बसों से गंतव्य के बीच के लगभग हर एक स्टॉप से सवारी बैठाई और उतारी जाती है। लेकिन बीच रास्ते से बस में चढऩे वाली सवारियों को जो टिकट दिए जाते हैं उनमें भी गोलमाल किया जाता है। परिवहन अमला यदि नॉन स्टॉप परमिट पर चलने वाली बसों जांच करे तो उनकी टिकट शीट से गोलमाल से पर्दा हट जाएगा।
नॉन स्टॉप का बोर्ड लगाकर चल रहीं बस
अंचल के रूटों पर यात्रियों को झांसा देने कई बस लोकल परमिट होने के बाद भी नॉन स्टॉप का बोर्ड लगाकर चल रही हैं। कम समय में गंतव्य तक पहुंचने के लिए लोग इस बोर्ड से झांसे में आ जाते हैं लेकिन कमरतोड़ सफर में जब हालत खस्ता होती है तब वे खिसियाने के अलावा कुछ नहीं कर पाते। झांसी बस स्टैंड, खुरई रोड के अलावा निजी स्टैंड पर भी कुछ एेसी बसें सवारी बैठाती नजर आ जाती हैं।
नियम: नियमों की बात करें तो प्रदेश में बसों के लिए ४० से ६० किमी प्रति घंटा रफ्तार निर्धारित है। यदि इस रफ्तार से कोई नॉन स्टॉप बस प्रारंभ से सफर शुरू करती है तो उसे पहला स्टॉप तय करने में दो से ढाई घंटा लगना चाहिए।
नहीं ले सकते ज्यादा रुपए
आरटीओ प्रदीप कुमार शर्मा को नॉन स्टॉप के नाम पर चल रही लोकल बसों के बारे में बताए जाने पर उनका कहना था कि अब तक किसी भी यात्री ने उन्हें शिकायत नहीं की है। नॉन स्टॉप और लोकल बस में किराया समान है। यदि कोई ज्यादा किराया ले रहा है तो यह अनुचित है, क्योंकि मप्र में किराया प्रति किमी से तय है, केवल एयरकंडीशन और चार्टर बस का किराया ही अलग है। यदि लोग शिकायत करते हैं हम कार्रवाई करेंगे।