कार्यक्रम के दौरान 10वीं की छात्रा प्राची जैन ने तत्काल ही एक समस्या जिला एवं सत्र न्यायाधीश के समक्ष रखी, उसने बताया कि मेरे परिवार में विवाद होने के कारण मेरे ऊपर हमला किया गया था, जिसमें मुझे गंभीर चोट आई थी। मैंने इसकी शिकायत संबंधित थाने में की थी, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश शर्मा ने कहा कि अपराध दो प्रकार के होते हैं, एक संज्ञीय और असंज्ञीय। आपका अपराध किस प्रकार का है, यह एफ.आईआर देखकर पता लगेगा और यदि संबंधित थाना कोई कार्रवाई नहीं करता है तो इसके लिए आप विधिक साक्षरता प्राधिकरण या स्वयं परिवाद प्रस्तुत कर सकतीं है।