सागरPublished: Jun 05, 2018 05:07:49 pm
गुलशन पटेल
विधानसभा चुनावों में जीत की संभावना का सपना संजोए बैठी कांग्रेस अब नए व युवा चेहरों पर दांव लगाने की रणनीति पर विचार कर रही है।
Strategy of Congress for Mission 2018
सागर. विधानसभा चुनावों में जीत की संभावना का सपना संजोए बैठी कांग्रेस अब नए व युवा चेहरों पर दांव लगाने की रणनीति पर विचार कर रही है। कमोबेश यह नीति उन विधानसभाओं पर लागू की जाएगी, जिन पर कांग्रेस लगतार हार का का सामना कर रही है। प्रदेश में १०८ एेसे विधानसभा क्षेत्र हैंए जिन पर कांग्रेस ३ बार से लेकर ५ बार से अधिक बार से हार रही है। इसी के तहत पार्टी आलाकमना इन सीटों पर प्रत्याशी की घोषणा जल्द कर सकती है।
पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मिशन 2018 की तैयारी में जुटी कांग्रेस का फोकस उन 108 सीटों पर है, जहां कांग्रेस लगातार हार रही है। प्रदेश की 108 सीटों में से कांग्रेस 31 सीटों पर पांच बार, 19 पर चार बार, 54 सीटों पर तीन बार से लगातार हार रही है। बताया जा रहा है कि पार्टी इस बार पांच बार से अधिक बार से हारने वाली 31 सीटों पर नए चेहरों यानी युवा और महिलाओं पर दांव लगाने रणनीति पर विचार कर रही है। इसके पीछे हाईकमान की मंशा इन सीटों पर नया नेतृत्व विकसित करने की है। पिछले दिनों दिल्ली में आयोजित बैठक में आलाकमान ने मध्यप्रदेश के वरिष्ठ नेताओं को इसी रणनीति पर कार्य करने को कहा है।
नब्ज टटोलेंगे पर्यवेक्षक
प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने की संभावना के चलते कांग्रेस कमेटी ने 60 पर्यवेक्षक भेजे हैं। ये प्रत्येक जिले की हर विधानसभा में बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं से समन्वय स्थापित कर हार-जीत की नब्ज टटोलेंगे। कार्यकर्ताओं से चर्चा के बाद विधानसभाओं की अंदरूनी रिपोर्ट सीधे आलाकमान तक पहुंचाने का काम भी पर्यवेक्षक करेंगे।
31 सीटें जहां पार्टी 5 से अधिक बार हारी
बुंदेलखंड सहित प्रदेश की ३१ सीटों में मेहगांव, मलहरा, सागर, रहली, महाराजपुर, विदिशा, अंबाह, शिवपुरी, पोहरी, दमोह, रेगांव, सुहागपुर, सिवनी, बरघाट, रामपुर, बघेलान, सिरमौर त्योंथर, देवतालाब, सीहोर, गोविंदपुरा, जबलपुर कैंट, हरसूद, देवास, खंडवा, सहारनपुर, इंदौर- 2 इंदौर- 4 बुरहानपुर, शमशाबाद, अशोकनगर और आष्टा शमिल हैं।