सागर.पीली कोठी के सामने वर्षों से जमा अतिक्रमण जिला प्रशासन के निर्देश पर कुछ घंटों में ही जमींदोज हो गया। कार्रवाई के दौरान कुल 17 दुकानें तोड़ी गईं।
एसडीएम एलके खरे, सीएसपी गौतम सोलंकी, निगम के प्रभारी उपायुक्त डॉ. प्रणय कमल खरे समेत बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर मौजूद रहा, जहां कार्रवाई के दौरान 6 चिन्हित दुकानों को कार्रवाई से दूर रखा गया। एसडीएम खरे ने बताया कि 6 दुकानों पर कोर्ट से स्टे है, जिसके कारण उन्हें नहीं तोड़ा है।
प्रशासन की सख्ती देख किया सहयोग
सोमवार की सुबह से ही जिला प्रशासन के अधिकारी बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ पीली कोठी के सामने अतिक्रमण स्थल पर पहुंच गए। कार्रवाई के दौरान कोई विवादित स्थिति न रहे, इसको लेकर अधिकारियों ने शुरुआत से ही सख्त रुख अपनाया और कार्रवाई के अंत तक किसी भी संबंधित व्यक्ति की कोई दलील नहीं सुनी। कार्रवाई के दौरान कुछ लोगों ने अधिकारियों के सामने दस्तावेज पेश करनी की कोशिश भी की, लेकिन अधिकारी पहले से ही सभी दस्तावेजों का अध्ययन कर चुके थे, जिसके कारण उन्होंने कार्रवाई जारी रखी।
कलेक्टोरेट परिसर की बननी है बाउंड्रीवॉल
कलेक्टोरेट के नए भवन की बाउंड्रीवॉल तीन आेर से पिछले कुछ महीनों में बन चुकी है, लेकिन पीली कोठी के सामने वाले भाग में अतिक्रमण के कारण काम आगे नहीं बढ़ पा रहा था। जब यह मामला कलेक्टर आलोक कुमार सिंह के सामने पहुंचा, तो उन्होंने अतिक्रमण के विरुद्ध सख्ती से कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
लगभग एक साल बाद हुई इतनी बड़ी कार्रवाई
पिछले वर्ष पुरानी सब्जी मंडी में अतिक्रमण हटाने की बड़ी कार्रवाई की गई थी। जिला व निगम प्रशासन ने शहर में कहीं भी अतिक्रमण हटाने के लिए बड़े स्तर पर कोई प्रयास नहीं किया था। अतिक्रमण टूटने के बाद दुकानदार सामग्री हटाने में जुटे रहे।
17 दुकानें तोड़ी
&कलेक्टोरेट परिसर की बाउंड्रीवॉल बनाई जानी है, लेकिन अतिक्रमण के कारण कार्य प्रभावित हो रहा था। कार्रवाई के दौरान 17 दुकानों को तोड़ा है और 6 दुकानों को कोर्ट स्टे होने के कारण छोड़ा गया है।
एलके खरे, एसडीएम