सागरPublished: Jul 30, 2020 09:13:51 pm
anuj hazari
नहीं लगाई गई किसी कर्मचारी की ड्यूटी
Strictly visible first and now not paying attention in the container area
बीना. कंटेनमेंट एरिया को लेकर प्रशासन ने जिस प्रकार से शुरुआत में मरीजों के मिलने पर सख्ती दिखाई थी अब वह सख्ती यहां नजर नहीं आ रही है। शहर के भीम वार्ड में कोरोना मरीज निकलने के बाद यहां के लोगों को कंटेनमेंट से बाहर नहीं निकलने दिया जा सकता है, लेकिन इसके लिए न तो पुलिसकर्मी की ड्यूटी लगाई गई है न ही यहां पर नपा कर्मचारियों को देखरेख के लिए लगाया गया है, जिसके कारण कंटेनमेंट एरिया के लोग बाहर निकल रहे है। जबकि गाइड लाइन के अनुसार कोई व्यक्ति जो कंटेनमेंट एरिया के अंदर रहता है उसे कंटेनमेंट एरिया खत्म होने तक बाहर नहीं जाने दिया जा सकता है, लेकिन यहां पर नियमों के सब उलट देखने के लिए मिल रहा है। गौरतलब है कि शहर में जब गांधी वार्ड में पहला कोरोना मरीज मिला था तो प्रशासन ने पुलिस, नपा कर्मचारी व पटवारी की ड्यूटी वहां पर लगाई थी, लेकिन अब कहीं भी मरीज मिलने के बाद केवल बेरीकेड करके खानापूर्ति कर दी जाती है जो घातक सिद्ध हो सकती है। क्योंकि इसके पहले भी वीरसावरकर वार्ड में भी कंटेनमेंट एरिया होने के बाद भी किसी भी विभाग के कर्मचारियों की ड्यूटी यहां पर नहीं लगाई गई थी, जिससे लोग बाहर घूमते रहते थे।
एसपी के आने पर लगा दी थी पुलिस की ड्यूटी
जहां पर कोरोना मरीज मिलने के बाद कोई भी पुलिस का जवान दिखाई नहीं दिया था। वहां पर बुधवार को एसपी के आने की जानकारी लगते ही वहां पर दो पुलिस जवानों की ड्यूटी लगा दी गई थी। इसके अलावा नपा कर्मचारियों को भी वहां पर बेरीकेडिंग सही तरीके से लगाने के लिए भेजा गया। जबकि अन्य सामान्य दिनों पर यहां पर कोई भी पूछ परख करने वाला कोई नहीं है।