सीलिंग के साथ टूटे उपकरण
लैब का प्रयोग न होने की वजह स्कूल प्रबंधन के द्वारा पर्याप्त वेंटीलेशन और रोशनी न होना बताई जा रहा है। शिक्षकों का कहना है लैब ऐसे कमरे में बना दी गई, जहां रोशनी नहीं आते ही। वेंटीलेशन न होने से केमेस्ट्री के प्रयोग लैब में नहीं हो सकते थे। इस वजह से प्रयोग नहीं कराए गए। वहीं बारिश के बाद सीलिंग भी गिर गई और कई उपकरण टूट गए हैं। वास्तव में यह लैब स्टोर रूम बनकर रह गई है। यहां प्रयोग की पुस्तकें भी रखी हुई थीं, जो अब र²ी बन चुकी हैं।
एक कमरे में कराए जा रहे प्रैक्टिकल
हायरसेकेण्डरी स्कूल फिजिक्स, केमेस्ट्री और बायो तीन अलग-अलग लैब होनी चाहिए। और यहां एक कमरे में तीनों लैब के उपकरण रखे हुए हैं। स्कूल में विद्यार्थियों की संख्या ३७१ है। एक कमरे में सभी विषयों के विद्यार्थी प्रयोग करें यह संभव नहीं है। शासकीय स्कूल में कक्षा 9वीं और 10 वीं में 30 रुपए साल और कक्षा 11वीं और 12वीं के विद्यार्थियों से 50 रुपए साल लिया जाता है।
प्रयोग करने वाले विद्यार्थियों की संख्या
कक्षा 12वीं – 111
कक्षा 11वीं – १०८
कक्षा 10वीं – 152
यदि स्कूल में विद्यार्थी लैब का प्रयोग नहीं कर पा रहे हैं तो शुरू किया जाएगा। मैं स्वंय जाकर स्कूल का निरीक्षण करूंगा। अजब सिंह, डीइओ