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लाखों रुपए की लागत से बनी लैब में एक दिन नहीं कर पाए विद्यार्थी प्रयोग

locationसागरPublished: Dec 30, 2018 01:01:52 pm

शासकीय स्कूल मोराजी की लैब में वर्षों से डला ताला
अब कमरे में प्रयोग कराकर हो रही खानापूर्ति

लाखों रुपए की लागत से बनी लैब में एक दिन नहीं कर पाए विद्यार्थी प्रयोग

लाखों रुपए की लागत से बनी लैब में एक दिन नहीं कर पाए विद्यार्थी प्रयोग

सागर. शहर के शासकीय स्कूलों में हर साल विद्यार्थियों से लैब में पढ़ाई कराने के नाम पर लाखों रुपए वसूल किए जाते हैं लेकिन लैब बदहाली में है। स्कूलों में प्रयोग के नाम पर केवल खानापूर्ति चल रही है। शासकीय उच्चतर स्कूल मोराजी में लाखों रुपए खर्च करने के बाद शहर की सबसे अच्छी साइंस लैब वर्ष २०११ में बनाई गई थी। इस लैब का उद्घाटन महोत्सव के रुप में हुआ था, जिसके मुख्यअतिथि विधायक शैलेन्द्र जैन थे। लेकिन हैरानी की बात यह है कि लैब में कभी प्रैक्टिकल ही नहीं सके। अब एक कमरे विद्यार्थियों से प्रयोग कराए जा रहे हैं।
लाखों रुपए की लागत से बनी थी लैब
मोराजी स्कूल में वर्ष 2011 में यह लैब बनाई गई थी। लैब के लिए यहां प्लेटफॉर्म तैयार किया था, इसके लिए इंटीरियर में करीब २ लाख की लागत लगी। उसके बाद लैब में दुरबीन, नरकंकाल के अलावा कई तरह-तरह के उपकरण मंगाए गए, जो अब कबाड़ बन गए हैं। स्कूल में लैब का निर्माण पूर्व प्राचार्य रेणु परेस्ते के मार्गदर्शन में कराया गया था, जो स्कूल में ही किए गए घोटालों की वजह से इन डीइओ ऑफिस में है। रेणु परेस्ते पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं और शिक्षा विभाग द्वारा जांच की जा रही है।

सीलिंग के साथ टूटे उपकरण
लैब का प्रयोग न होने की वजह स्कूल प्रबंधन के द्वारा पर्याप्त वेंटीलेशन और रोशनी न होना बताई जा रहा है। शिक्षकों का कहना है लैब ऐसे कमरे में बना दी गई, जहां रोशनी नहीं आते ही। वेंटीलेशन न होने से केमेस्ट्री के प्रयोग लैब में नहीं हो सकते थे। इस वजह से प्रयोग नहीं कराए गए। वहीं बारिश के बाद सीलिंग भी गिर गई और कई उपकरण टूट गए हैं। वास्तव में यह लैब स्टोर रूम बनकर रह गई है। यहां प्रयोग की पुस्तकें भी रखी हुई थीं, जो अब र²ी बन चुकी हैं।
एक कमरे में कराए जा रहे प्रैक्टिकल

हायरसेकेण्डरी स्कूल फिजिक्स, केमेस्ट्री और बायो तीन अलग-अलग लैब होनी चाहिए। और यहां एक कमरे में तीनों लैब के उपकरण रखे हुए हैं। स्कूल में विद्यार्थियों की संख्या ३७१ है। एक कमरे में सभी विषयों के विद्यार्थी प्रयोग करें यह संभव नहीं है। शासकीय स्कूल में कक्षा 9वीं और 10 वीं में 30 रुपए साल और कक्षा 11वीं और 12वीं के विद्यार्थियों से 50 रुपए साल लिया जाता है।

प्रयोग करने वाले विद्यार्थियों की संख्या

कक्षा 12वीं – 111

कक्षा 11वीं – १०८

कक्षा 10वीं – 152

 

यदि स्कूल में विद्यार्थी लैब का प्रयोग नहीं कर पा रहे हैं तो शुरू किया जाएगा। मैं स्वंय जाकर स्कूल का निरीक्षण करूंगा। अजब सिंह, डीइओ

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