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शिक्षकों की प्रताडऩा से तंग आकर छात्र देवर्ष ने फंदे पर झूलकर दी थी जान, इस बात से हो रही पुष्टि

locationसागरPublished: Sep 19, 2018 03:24:04 pm

Submitted by:

manish Dubesy

पिता और छात्रों ने बयानों में उजागर की स्थिति

Student Suicide Case in Central University Sagar Teacher Harassment

Student Suicide Case in Central University Sagar Teacher Harassment

पुलिस एचओडी, शिक्षक और रिसर्च स्कॉलर से करेगी पूछताछ, परिजनों की मौजूदगी में खोला गया टैगोर हॉस्टल का सील कमरा
सागर. केंद्रीय विवि के छात्र देवर्ष की आत्महत्या के बाद सील किए टैगोर हॉस्टल के कमरा नंबर 28 को मंगलवार को उसके परिजनों के सामने खोला गया। पुलिस ने कमरे से उस रस्सी को जब्त किया है, जिससे फंदा बनाकर देवर्ष ने अपनी जान दी थी।
मंगलवार को देवर्ष के पिता व चार छात्रों ने अपने बयान दर्ज कराए हैं जिनमें विवि के शिक्षकों की प्रताडऩा के चलते आत्महत्या की बात सामने आ रही है। इधर, पुलिस ने देवर्ष के परिजन व बीएमसी ले जाने वाले सहपाठी छात्रों के बयान दर्ज कर पड़ताल शुरू कर दी है। सिविल लाइन पुलिस ने छात्र देवर्ष की आत्महत्या की वजह व आक्रोशित छात्रों के बीएमसी पहुंचकर उत्पात मचाने को लेकर विवि प्रशासन से जवाब मांगा है। आत्महत्या की सूचना तुरंत थाने को न देने व सैकड़ों छात्रों के बीएमसी पहुंचकर उत्पात मचाने से न रोकने व उससे कानून-व्यवस्था को खतरा उत्पन्न होने पर भी सवाल खड़े किए हैं। सिविल लाइन टीआइ संगीता सिंह ने बताया कि मंगलवार को छात्र देवर्ष बागरी के पिता अजयपाल बागरी, चाचा चंद्रभान और अन्य परिजन थाने पहुंचे। थाने से एसआइ बीएल वर्मा ने परिजनों के साथ हॉस्टल के कमरे को खोलकर उसमें देवर्ष की आत्महत्या से जुड़े साक्ष्य तलाशने की कोशिश की। इस दौरान पंखे से लटकी उस रस्सी को पुलिस ने जब्त कर लिया जिससे देवर्ष ने फंदा लगाकर जान दे दी थी। पुलिस को कमरे कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला है। सतना जिले के सिंहपुर थानांतर्गत पिथौरा निवासी देवर्ष के पिता अजय पाल बागरी ने अपने बयानों में केंद्रीय विवि के बीएससी के एचओडी और शिक्षकों के अलावा रिसर्च स्कॉलर पर प्रताडऩा की बात दर्ज कराई है। उन्होंने पुलिस को बताया कि रक्षाबंधन पर घर पहुंचने पर देवर्ष ने मां को बताया था कि विवि में शिक्षकों का पढ़ाना उसे समझ नहीं आता, जब वह पूछना चाहता है तो शिक्षक उसे मानसिक रूप से परेशान करते हैं, इसलिए वह पढ़ नहीं पा रहा है। बयान दर्ज कर रहे एसआइ बीएल वर्मा के अनुसार देवर्ष के सहपाठी और रूम पार्टनर छात्रों ने भी पुलिस को पूछताछ में शिक्षकों द्वारा प्रताडि़त किए जाने की बात दोहराई है। उन्होंने बयानों में बताया कि 10 सितम्बर को कक्षा में कहा गया था कि 17 सितम्बर को पेपर कराया जाएगा। तीन दिन बाद 13 सितम्बर को अचानक ही घोषणा कर दी की अब 14 सितम्बर को पेपर होगा। इससे छात्र परेशान हो गए और जब कोर्स पूरा न होने की बात कही गई तो एचओडी ने भी उन्हें अनसुना कर दिया। यही नहीं परीक्षा कक्ष में बैठे सभी छात्रों के पास मोबाइल थे, लेकिन रिसर्च स्कॉलर ने केवल देवर्ष को डांट-डपटते हुए मोबाइल व कॉपी छीन ली थी। उनके इस व्यवहार से भी देवर्ष तनाव में था। परिजन व छात्रों के बयान दर्ज करने के बाद अब पुलिस एचओडी, शिक्षक व रिसर्च स्कॉलर से बयान दर्ज करने की तैयारी कर रही है।
यह हैं जांच के बिंदु
विवि में परीक्षा की तारीखों में अचानक बदलाव क्यों किया गया?
छात्र की आत्महत्या की सूचना हॉस्टल/ विवि प्रशासन ने तुरंत पुलिस को क्यों नहीं दी?
देवर्ष की मौत की खबर के बाद सैंकड़ों छात्र विवि से कूच कर गए प्रशासन ने रोका क्यों नहीं?
बीएमसी में तनाव और उत्पात से कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ी इसके लिए कौन जिम्मेदार है?
न हो खिलवाड़
छात्र की खुदकुशी के बाद छात्र आंदोलन की अटकलें लगाई जा रही हैं। कहा जा रहा है कि मामले की जांच के बाद दोषी छात्रों पर मामले दर्ज हो सकते हैं। बड़ा बाजार छात्र संघ के संरक्षक नरेंद्र चौबे ने कहा कि, जांच हो, लेकिन छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ नहीं होना चाहिए। कहा कि प्रदेश के गृहमंत्री से मुलाकात कर दखल करने का आग्रह किया जाएगा।

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