रोजाना मॉनीटरिंग
नई गाइडलाइन के तहत 9 बिंदुओं पर रोजाना रैंकिंग तैयार होगी। निगम को हर दिन होने वाले कार्यों की जानकारी स्वच्छता सर्वेक्षण के पोर्टल पर अपडेट करनी होगी। फिर उसके अध्ययन के बाद ऑटोमेटिक रैंकिंग तैयार होगी। इस बार का स्वच्छता अभियान 11 अगस्त 2018 से 31 जनवरी 2019 तक चलेगा।
इस कारण फिसले: रात की सफाई ठप, अब तक न बैठक की और न ही मैदान में उतरे अफसर
ठ्ठ शहर में चारों ओर गंदगी पसरी हुई है। रात्रिकालीन सफाई कार्य पूरी तरह से ठप है। कीचड़ होने के कारण सुबह के समय भी सड़कों पर झाडू़ नहीं लगाई जा रही है।
ठ्ठ कचरा प्वाइंट्स पर कचरा कई दिनों तक पड़ा रहता है। सार्वजनिक स्थलों की स्थिति पहले से दयनीय है।
ठ्ठ बरसात का आधा मौसम निकलने के बाद भी शहर में नाले-नालियां गंदगी से बजबजा रहीं हैं।
ठ्ठ स्वच्छता सर्वेक्षण-२०१९
के तहत निगम प्रशासन की ओर से अब तक एक भी बार बैठक आयोजित
नहीं हुई है और न ही अभियान को लेकर बड़े अधिकारी अब तक मैदान पर उतरे हैं।
ठ्ठ शहर में सैकड़ों जगह पर डस्टबिन रखवाए गए थे लेकिन ज्यादातर डस्टबिन असामाजिक तत्वों द्वारा तोड़ दिए गए हैं, जिसकी ओर निगम प्रशासन ने अब तक ध्यान नहीं दिया है।
स्वछता अभियान को लेकर तीन दिन पहले ही बैठक की थी, जिसमें सभी को अलग-अलग कार्यों की जिम्मेदारी सौंपी है।
राजेश राजपूत, स्वास्थ्य अधिकारी
ये फैक्टर महत्वपूर्ण
यूजर इंगेजमेंट
एजेंसी रिस्पोंसिवेशन
यूजर हैप्पीनेस
जिम्मेदारों की अकर्मण्यता की वजह से हम कहां से कहां आ पहुंचा शहर
23 वीं रैंक वर्ष 2017 में थी
46 वीं रैंक वर्ष 2018 में थी
238 वीं रैंक वर्ष 3 सितंबर 18 को