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बीमार डेंटल सर्जन में मिला स्वाइन फ्लू का संक्रमण

locationसागरPublished: Sep 23, 2017 02:18:55 am

बीमार डेंटल सर्जन में मिला स्वाइन फ्लू का संक्रमण

Swine flu infection found in a sick dental surgeon

Swine flu infection found in a sick dental surgeon

सागर. स्वाइन फ्लू की दस्तक के बाद जिले में इसके संक्रमण की चपेट में आने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। गुरुवार को दो लोगों के सैंपल पॉजिटिव मिलने के बाद शुक्रवार को भी एक स्वाइन फ्लू के संक्रमण का केस सामने आया है। भोपाल में भर्ती बीना की निजी डेंटल सर्जन का सैंपल पॉजिटिव मिला है। संक्रमण का पता चलते ही बीना के वीर सावरकर वार्ड में स्वास्थ्य अमले द्वारा सर्वे भी करायाए जिसमें सर्दी-जुकाम सहित २६ लोग बीमार मिले। इनमें से ७ लोगों को संक्रमण से संदिग्ध होने की आशंका है। जिले में अब तक स्वाइन फ्लू से ६ की मौत हो चुकी हैं।
सिविल अस्पताल प्रभारी डॉ. आरके जैन ने बताया कि वीर सावरकर वार्ड की महिला चिकित्सक को स्वाइन फ्लू संक्रमित होने की सूचना शुक्रवार दोपहर को मिली थी। उन्हें बीमारी के चलते भोपाल के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वे पूर्व में भी भोपाल आ-जा चुकी थीं। शुक्रवार को उनका सैंपल पॉजिटिव पाया गया है।
सूचना मिलते ही वार्ड में आसपास सर्वे कराया गया, जहां सर्दी जुखाम के मरीज तो मिले, लेकिन कोई गंभीर नहीं है। महिला चिकित्सक का इलाज भोपाल के एक निजी चिकित्सालय में चल रहा है जो स्वस्थ हैं। उन्होंने बताया कि महिला चिकित्सक का पूर्व में कई बार भोपाल आना-जाना हुआ है। इसी दौरान स्वाइन फ्लू होने की आशंका जताई जा रही है।
संक्रमण के लक्षण
नए स्ट्रेन इनफ्लुएंजा वायरस एच1 एन1 के कारण होने वाले संक्रमण को स्वाइन फ्लू कहा जाता है। लगातार दवाएं खाने के बाद भी बुखार बढ़ता है और गले में खराब भी आ जाती है। कफ, खांसी, छींक, मांसपेशी में अकडऩ, सिर में दर्द, अनिंद्रा और थकान इस वायरस के संक्रमण के लक्षण हैं।
सर्दी-बारिश की नमी में फैलता है वायरस
बारिश और नमी के कारण जिले में स्वाइन फ्लू पॉजिटिव मरीजों की संख्या में एकदम उछाल आ गया है। इसकी वजह बरसात में बढ़ी नमी में स्वाइन फ्लू के वायरस एच१एन१ को फैलने के लिए अनुकूल परिस्थिति मिलना है। स्वाइन फ्लू संक्रामक बुखार है और वातावरण में नमी बढऩे के साथ ही ये ज्यादा तेजी से फैलने लगता है।
बचाव के उपाय
स्वाइन फ्लू से बचाव ही इसे नियंत्रित करने का प्रभावी उपाय है। इस रोग से संक्रमित होने पर ज्यादा से ज्यादा आराम, शरीर को पानी की कमी से बचाने अधिक पानी पीना चाहिए। उपचार के रूप में एंटी वायरल दवा ओसेल्टामिविर (टैमी फ्लू) और जानामीविर (रेलेंजा) दवा डॉक्टर द्वारा दी जाती है।

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