सागर

ई-स्टांप में चार सौ बीसी, एक शून्य बढ़ा कर शासन को लगाई हजारों की चपत

मामला पकड़े जाने पर डीआर ने किया लाईसेंस निरस्त, एफआईआर करने लिखा एसपी को पत्र , 25 से ज्यादा वेंडर्स को शो-काज नोटिस

सागरJan 17, 2019 / 08:54 pm

शशिकांत धिमोले

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सागर. प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री या अन्य महत्वपूर्ण कार्य के लिए लिए जाने वाले स्टांप का कारोबार करने वाले स्टांप वेंडर उपभोक्ताओं के साथ अनियमितताएं बरत रहे हैं। वैसे तो इन वेंडर्स को स्टांप की कीमत के हिसाब से कमीशन मिलता है, लेकिन स्टापं की कमी बता कर वे लोगों ठगने से भी नहीं चूक रहे। इसके अलावा ई-स्टांप में कूट रचना जैसी करतूत भी कर रहे हैं। एक एेसा ही मामला प्रकाश में आया है जब एक वेंडर ने ई-स्टांप में छेड़छाड़ कर शासन को करीब साड़े चार हजार रुपए की चपत लगा दी। वेंडर ने चार सौ बीसी कर स्टांप की निर्धारित कीमत में एक शून्य बढ़ा दिया था। मामला पकड़ाए जाने पर जिला पंजीयक ने वेंडर का लाईसेंस तो निरस्त कर ही दिया, बल्कि उस पर एफआईआर दर्ज करने के लिए पुलिस अधीक्षक को पत्र भी लिखा है। इसके अलावा अनियमितताएं बरतने के मामले में करीब 25 वेंडर्स को शो-काज नोटिस जारी किए हैं।

फोटोशॉप के जरिए की कारगुजारी

जिला पंजीयन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार एक एेसा मामला सामने आया है जिसमें एक वेंडर ई-स्टांप में हेराफेरी कर रहा था। बताया जा रहा है कि बंटी अहिरवार नाम के इस वेंडर ने स्टांप की कीमत में एक शून्य बढ़ा कर उसे अधिक कीमत का दर्शाया। दरअसल फोटो कॉपी नुमा निकलने वाले स्टांप में यह कारगुजारी का रास्ता वेंडर ने कंप्युटर के फोटोशॉप के जरिए की। तकनीकि खामियों के चलते उसने शासन को हजारों रुपए की चपत लगाई। पिछले दिनों बैंक से आए एक मामले के दस्तावेजो की जांच परख के दौरान जिला पंजीयक रत्नेश भदौरिया ने यह मामला पकड़ा। बड़ा खुलासा होते ही भदौरिया ने जिले के सभी वेंडर्स के रजिस्टर्स की जांच करवाई। बताया जा रहा है कि ई-स्टांप व अन्य दस्तावेजों में अनियमितताएं बरतने के चलते उक्त वेंडर का लाईसेंस निरस्त किया गया है, साथ ही 4 वेंडरर्स के लाईसेंस निलंबित करने के लिए तथा अनियमितता बरतने की शिकायतों पर करीब 25 वेंडरर्स को शो-काज नोटिस थमाए गए हैं।

निर्धारित कीमत से ज्यादा में बेचे जा रहे स्टांप

जिला कचहरी सहित तहसील मुख्यालयों पर होने वाले स्टांप के कारोबारी निर्धारित कीमत से ज्यादा में स्टांप बेच रहे हैं। बताया जा रहा है कि सौ रुपए का स्टापं 120, 50 रुपए का 60 रुपए में बेचा जा रहा है। शिकाएतें मिलने पर पंजीयक कार्यालय ने मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। इधर वेंडर अपना पक्ष रख कर कह रहे हैं कि 5 सौ से कम के स्टांप पर उन्हें महज २ प्रतिशत कमीशन मिलता है। मंहगाई के इस दौर में खर्चा चलाना मुश्किल होता है। वेंडर्स की दुकान में बिजली, कंप्युटर, नेट, ऑपरेटर का खर्च भी निकालना पड़ता है। यदि पैसे ज्यादा न ले तो यह घाटे का सौदा होता है।

मामला आया था निरस्त किया है लाईसेंस

ई-स्टांप में चार सौ बीसी का मामला सामने आया था, जांच में सही पाए जाने पर एक वेंडर का लाईसेंस निरस्त किया है। ४ के लाईसेंस निलंबित करने व अन्य मामलों में करीब २५ वेंडर्स को शो-काज नोटिस दिए हैं।

रत्नेश भदौरिया जिला पंजीयक

 

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