scriptजरूरत पड़ी तो अस्थाई कोविड अस्पताल को बनाया जाएगा पांच हजार पलंग का-मंत्री | Temporary Kovid Hospital will be made of five thousand beds if needed | Patrika News

जरूरत पड़ी तो अस्थाई कोविड अस्पताल को बनाया जाएगा पांच हजार पलंग का-मंत्री

locationसागरPublished: May 03, 2021 09:52:02 pm

Submitted by:

sachendra tiwari

15 मई तक अस्थाई कोविड अस्पताल को शुरू करने का रखा लक्ष्य

Temporary Kovid Hospital will be made of five thousand beds if needed

Temporary Kovid Hospital will be made of five thousand beds if needed

बीना. रिफाइनरी के बाजू से चक्क आगासौद में बन रहे अस्थाई कोविड अस्पताल के कार्य की प्रगति देखने के लिए नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेन्द्र सिंह अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे। साथ ही उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर कार्यों की समीक्षा की।
मंत्री ने बताया कि सभी कार्यों की प्रगति अच्छी है और सभी को १५ मई तक का लक्ष्य दिया गया है, जिससे जल्द से जल्द लोगों को इसका लाभ मिल सके। कार्य जल्द से जल्द पूरा हो इसके लिए अपर कलेक्टर चौबीस घंटे रहेंगे और हर दो दिन में वह स्वयं निरीक्षण करने आएंगे। यह अस्पताल एक हजार पलंग की क्षमता वाला बनाया जा रहा है, लेकिन जरूरत पडऩे पर इसे पांच हजार पलंग का किया जाएगा। अस्पताल में इलाज नि:शुल्क रहेगा और सागर संभाग, अशोकनगर, विदिशा सहित सभी जगह के मरीजों का इलाज किया जाएगा। इस अवसर पर विधायक महेश राय, कलेक्टर दीपक सिंह, एसपी अतुल सिंह, एसडीएम प्रकाश नायक, तहसीलदार संजय जैन सहित स्थानीय अधिकारी उपस्थित थे।
दो-दो सौ पलंग के होंगे वार्ड, मेडिकल कॉलेज जैसी होंगी सुविधाएं
अस्थाई अस्पताल में सुविधाएं मेडिकल कॉलेज के जैसी होगी, जिसमें सीटी स्कैन, आइसीयू, ऑक्सीजन आदि सुविधाएं शामिल हैं। दो-दो सौ पलंग की क्षमता वाले वार्ड बनाए जाएंगे। यहां डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ के लिए चिरायु, अरविदों अस्पताल से बात चल रही है और शासकीय स्टाफ भी रहेगा। साथ ही एमबीबीएस फाइनल के सभी डॉक्टरों की भी मदद ली जा रही है।
एम्स की टीम ने दी ऑक्सीजन के मेडिकल उपयोग स्वीकृति
मंत्री ने बताया कि रिफाइनरी में बनने वाली ऑक्सीजन के लिए एम्स की टीम ने मेडिकल उपयोग की स्वीकृति दे दी है। रिफाइनरी में ९०-९० टन ऑक्सीजन क्षमता वाले प्लांट हैं और एक प्लांट चालू हो गया है। अस्पताल में दस टन ऑक्सीजन की जरूरत पड़ेगी। ऑक्सीजन ज्यादा होने के कारण रिफलिंग प्लांट भी बनाया जा रहा है, जिससे बाहर भी ऑक्सीजन भेजी जाएगी।
१५ मई तक बन जाएगा रोड
पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने बताया कि १५ मई तक रोड बन जाएगा और इसके बाद डामरीकरण का कार्य शुरू होगा। पहले आगसौद रोड तरफ से अस्पताल तक डामरीकरण किया जाएगा। रोड के बीच खंभे आ रहे हैं, जिन्हें जल्द हटाने के निर्देश बिजली कंपनी के अधिकारियों को दिए गए हैं। पानी, बिजली सहित अन्य सभी सुविधा की जानकारी भी ली।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो