261 बांध शत प्रतिशत भर चुके हैं राजस्थान में 36 बांध भर चुके हैं पाली के 790 एमएम बारिश हो चुकी है पाली जिले में अब तक 118 फीसदी अधिक है सामान्य से
……………………. किसानों को निराशा दस साल पहले पहली बारिश में ढहा ढारिया बांध आज तक मरम्मत के इंतजार में खाली है। वहीं बाबरा और बिसलपुर बांध भी खाली ही है। प्रदूषण का दंश झेल रहा नेहड़ा भरा तो है, लेकिन पानी किसानों के काम आ पाएगा या नहीं, फिलहाल कहा नहीं जा सकता। वहीं दूसरा बड़ा बांध सरदार समंद बांध पर्याप्त बारिश के बावजूद कैचमेंट में अतिक्रमणों का शिकार है और अभी तक 20 फीसदी ही भर पाया है।
हाल ए बारिश जिले में 28 अगस्त तक 361 एमएम बारिश होनी चाहिए लेकिन अब तक करीब ढाई गुना अधिक 790 एमएम बारिश हो चुकी है। यह औसत राज्य में सर्वाधिक है। राज्य के छह अतिवृष्टि वाले जिलों में शामिल पाली में बारिश खरीफ के किसानों के लिए परेशानी का सबब बनी है तो सड़कों के लिए बदहाली का कारण भी। अभी भी बारिश जारी है। रविवार को पाली शहर में दिन में भी झमाझम हुई।
पाली के किस बांध में कितना पानी दो वृहद बांध जवाई 95 फीसदी सरदार समंद 20 प्रतिशत 18 मध्यम बांध (150 एमसीएफटी से अधिक) पूरे भरे : हेमावास, खारड़ा, मीठड़ी, बाणियावास, सिन्दरू, बांडीनेहड़ा, एंदला, गजनई, सादड़ी, कंटालिया, गिरोलिया
भराव (प्रतिशत में): ढारिया(0), गिरीनंदा(4), राजसागर चौपड़ा(37), रायपुर(81), खिवांदी(80), मालपुरिया कानावास(59) और सिरियारी (67.72) 24 छोटे बांध (150 एमसीएफटी से कम) पूरे भरे तखतगढ़, काना, दांतीवाड़ा, मुठाना, फुलाद, घोड़ादड़ा, राजपुरा, केसूली, कोट, सेली की नाल, साली की ढाणी, जोगड़ावास प्रथम, जोगड़ावास द्वितीय, लाटाड़ा, हरिओमसागर, जूना मालारी, वायद, फूटिया, पीपला, सेवाड़ी, चिरपटिया, बलाना, दुजाना, लोर्डिया
भराव (प्रतिशत में) : बाबरा (0), राजपुरा (90), बोरीनाडा (59), शिवनाथसागर (89), सारण (67), धणी (62), बिसलपुर (0), जादरी (16), गलंदरा (82)