एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज, निलंबन के बाद दमोह किया अटैच
सागर•Oct 16, 2019 / 08:50 pm•
anuj hazari
The doctor who was always in controversy fell on suspension
बीना. धनौरा निवासी एक युवक के साथ मारपीट करने के मामले में पुलिस ने आवेदन की जांच के बाद डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। वहीं स्वास्थ्य विभाग ने भी डॉक्टर को निलंबित कर दमोह अटैच कर दिया है। गौरतलब है कि 13 अक्टूबर को इलाज कराने गए धनौरा निवासी देवेन्द्र अहिरवार और डॉ. वीरेन्द्र ठाकुर के बीच विवाद हो गया था। डॉक्टर और युवक के बीच हुए विवाद के बाद डॉक्टर की शिकायत पर युवक के खिलाफ उसी दिन सरकारी काम में बाधा डालने का मामला दर्ज पुलिस ने कर लिया था। युवक ने भी डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज कराने के लिए शिकायत की थी, लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया तो युवक ने परिवार के साथ तहसील प्रांगण में धरना दे दिया। इसके बाद बुधवार को अजाक्स संघ ने भी युवक के समर्थन में डॉक्टर के खिलाफ सर्वोदय चौराहे पर धरना दे दिया। इसके बाद पुलिस ने युवक द्वारा दिए गए आवेदन की जांच के बाद डॉक्टर के खिलाफ धारा 294, 323 व एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। धरना स्थल पर पूर्व जनपद अध्यक्ष इंदरसिंह, डॉ. बलवीर कैथोरिया, कमलेश अहिरवार, नारायण चौधरी, दीपक वर्मा आदि उपस्थित थे।
मारपीट की वीडियो के आधार पर किया मामला दर्ज
प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग भोपाल को भेजी गई मारपीट की वीडियो के आधार पर डॉक्टर को निलंबित किया गया है। जिसमें अधिकारियों ने डॉक्टर की गलती मानी है। निलंबन आदेश में उल्लेख किया गया है कि यदि कोई मरीज डॉक्टर से अभद्रता करता है तो डॉक्टर का कर्तव्य है कि वह इसकी शिकायत पुलिस से करें न कि स्वयं ही उसे दंड देना शुरू कर दें। इसमें शासकीय सेवक का नियत आचरण न होकर अनुशासनहीनता होने पर सिविल आचरण का उल्लंघन माना है। इसके बाद क्षेत्रीय स्वास्थ्य संचालक ने डॉ. वीरेन्द्र ठाकुर को निलंबित कर सीएमएचओ कार्यालय दमोह अटैच कर दिया है।