सागरPublished: Feb 14, 2021 09:18:06 pm
anuj hazari
26 कोच की ट्रेन होने पर यात्री कोच ढूढऩे होते हैं परेशान
The facilities at Malkhedi station were expanded, but the coach did not put passengers for information about the coach
बीना. मालखेड़ी स्टेशन पर यात्री सुविधाओं का विस्तार तो किया जा रहा है, लेकिन अभी भी कई ऐसी कमियां हैं, जिनसे यात्रियों को परेशान होना पड़ता है। शहर के दूसरे जंक्शन मालखेड़ी को मॉडल स्टेशन के रूप में विकसित किया जा रहा है और जीएम दौरे को लेकर भी कई दिनों से तैयारियां चलती रहीं, लेकिन यात्रियों के टे्रन का कौन सा कोच कहां आएगा इसकी जानकारी के लिए कोच इंडीकेटर नहीं लगाए गए हैं। गौरतलब है कि पिछले पांच वर्षों में मालखेड़ी स्टेशन पूरी तरह से बदल गया है। पहले जहां प्लेटफॉर्म के नाम पर केवल सिंगल पट्टी थी, वहां पर सुपरफास्ट एक्सप्रेस के लिए भी हाइ लेवल प्लेटफॉर्म सहित, एफओबी की सुविधा दी गई। अब यहां पर लंबे रूट की अधिकांश सुपरफास्ट ट्रेनें खड़ी होती हैं, जिनमें 24 से 26 कोच तक रहते हैं। करीब साढ़े छह सौ मीटर से लंबे प्लेटफॉर्म पर कहीं भी कोच इंडीकेटर नहीं लगे हैं। इस स्थिति में लोगों को यह पता करने में काफी परेशानी होती है कि उनका कोच किस जगह पर आएगा। इस दौरान सबसे ज्यादा परेशानी, बुजुर्ग, महिलाओं व मरीजों के लिए होती है जो समय रहते अपने रिजर्वेशन वाले कोच में सवार नहीं हो पाते हैं। कई बार जल्दबाजी में पैर फिसलने व गिरने से वह दुर्घटना का शिकार भी हो जाते हैं। पिछले वर्ष जीएम ने भी निरीक्षण के दौरान यहां पर कोच इंडीकेटर लगाने की बात कही थी।
न स्वास्थ्य परीक्षण, न हो रही टिकट चैकिंग
रेलवे ने सभी रेलवे स्टेशनों में मुख्य गेट पर यात्री का स्वास्थ्य परीक्षण करने व टिकट की जांच करने के लिए निर्देश दिए थे, लेकिन उसके बाद भी मालखेड़ी स्टेशन पर लॉकडाउन खत्म होने के बाद से ही न तो स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है न ही टिकट की जांच की जाती है, जिससे कई लोग स्टेशन पहुंचकर बिना टिकट यात्रा तक कर लेते हैं।