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बुंदेलखंड के इस शहर में खुलेगी प्रदेश की पहली टेम्पोरल बोन डिसेक्शन लैब

locationसागरPublished: Mar 24, 2018 03:43:10 pm

ट्रेंड होंगे ईएनटी सर्जन, जिले में होंगे कान के ऑपरेशन।

The first temporal bone dissection lab of the state will open in BMC

The first temporal bone dissection lab of the state will open in BMC

आकाश तिवारी. सागर. सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में कान के मेजर ऑपरेशन नहीं हो रहे हैं। संभाग में मात्र बीएमसी में इस तरह के ऑपरेशन हो रहे हैं। पीडि़तों को हो रही परेशानी और पड़ रहे आर्थिक खर्च को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने इसके लिए एक लैब तैयार करने का निर्णय लिया है। प्रदेश में यह पहली लैब बीएमसी में खुलने जा रही है। इसे टेम्पोरल बोन डिसेक्शन लैब नाम दिया गया है। इसके जरिए संभाग के सभी जिला अस्पतालों के डॉक्टरों को ट्रेंड किया जाएगा। इन्हें ऑपरेशन दल में शामिल करके प्रशिक्षित किया जाएगा। साथ ही दो दिन की वर्क शॉप रखी जाएगी, जहां ईएनटी विभाग की बारीकियां सिखाई जाएंगी।
इनकी की जाएगी डिमांड
इस लैब के लिए ४ माइक्रोस्कॉपी खरीदे जाना है। इसके अलावा अन्य उपकरण भी खरीदे जाएंगे। फर्नीचर की भी व्यवस्था की जाएगी। ईएनटी विशेषज्ञ बीएमसी के पास पहले से ही हैं। इस वजह से इनकी कमी नहीं है। इस लैब में ट्रेनिंग प्रोग्राम और कोर्स भी शुरू होंगे। दो से तीन दिन के लिए वर्क शॉप भी महीने में आयोजित की जाएंगी। इसमें संभाग भर से ईएनटी सर्जनों को बुलाया जाएगा।
यह है जिला अस्पतालों में स्थिति
जिला अस्पतालों में पहले से तैनात ईएनटी सर्जन संसाधन न होने के कारण कान के ऑपरेशन नहीं कर पाते थे। अब जब संसाधन उपलब्ध हो गए हैं तो उन्हें यह ऑपरेशन करने में कठिनाई आ रही है। इस परेशानी को दूर करने के लिए केंद्र सरकार ने बीएमसी में यह लैब खोलने की मंजूरी दे दी है। बताया जाता है कि लैब को शुरू होने में तीन से चार महीने का वक्त लगेगा।
इनका दिया जाएगा प्रशिक्षण
– टेम्पेलोप्लास्टी (कान के पर्दे के ऑपरेशन)
– मेसटॉयडेक्टमी (कान की हड्डी के ऑपरेशन )
– आेसीक्लोप्लास्टी (कान की छोटी हड्डी का ऑपरेशन)
ऑनलाइन ट्रेनिंग
ईएनटी सर्जन को शुरूआत में बीएमसी में प्रशिक्षण दिया जाएगा। जानकारी के अनुसार प्रबंधन ऑनलाइन प्रशिक्षण देने की भी तैयारी कर रहा है। यदि इसमें प्रबंधन सफल रहता है तो वीडियो कॉंफ्रेंसिंक की तर्ज पर सर्जनों को ऑनलाइन ट्रेनिंग दे सकता है।

केंद्र सरकार ने टेम्पोरल बोन डिसेक्शन लैब खोलने की अनुमति दे दी है। इसके लिए १ करोड़ १५ लाख रुपए मंजूर हुए हैं। लैब के लिए स्थान तय कर लिया गया है। – एसके पिप्पल, ईएनटी एचओडी

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