सागरPublished: Feb 09, 2019 08:42:04 pm
anuj hazari
पुलिस के सामने ही क्षमता से ज्यादा स्कूली विद्यार्थियों को लेकर निकले ऑटो चालक
The last day of road safety, not seen on the road
बीना. बीना ही नहीं अनुविभाग की पूरी पुलिस सुस्त ढंग से काम कर रही है उन्हें दिए गए कार्यों को भी वह सही ढंग से नहीं किया जा रहा है, जिसके कारण दुर्घटनाएं घटित हो रही हैं। चार फरवरी से शुरू हुए सड़क सुरक्षा सप्ताह में पुलिस ने एकभी दिन लोगों को जागरुक करने के लिए कोई भी एक्टिविटी नहीं की है। जबकि पुलिस को सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत वाहन चालकों के साथ-साथ पैदल चलने वाले लोगों को भी जागरुक करना था। केवल बीना अनुविभाग की पुलिस को छोड़कर अन्य जगहों पर पुलिस द्वारा लोगों को जागरुक करने के लिए शिविर, वर्कशाप, चित्रकला, नुक्कड़ सभा के द्वारा आरटीओ के नियमों को समझाया और लोगों को सुरक्षित सफर करने के बारे में बताया जा रहा है। इतना ही नहीं पुलिस के सामने ही ऑटो चालक स्कूली बच्चों के लिए क्षमता से ज्यादा संख्या में बैठाकर ले जा रहे थे, जिन्हें जागरुक करना तो दूर की बात उसे रोका तक नहीं गया है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है बड़े स्तर पर भी जो कार्यक्रम चलाए जाते हैं उनका क्रियान्वयन करने में भी पुलिस को दिलचस्पी नहीं है। शनिवार दोपहर करीब दो बजे सर्वोदय चौराहे पर लापरवाही से वाहन चलाने के कारण एक वाहन चालक दुर्घटनाग्रस्त हो गया। जिससे उसे चोटें आ गई। यदि उस समय वहां पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी उपस्थित होते तो लोग उनके डर से ही वाहन चालक अपनी साइड से चलते। जिससे इस प्रकार की घटनाएं नहीं होती हैं।