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कंटेनमेंट एरिया के लोगों ने किया हंगामा, कहा बंद करना है तो पूरा शहर करो हमें क्यों दी जा रही सजा

locationसागरPublished: May 28, 2020 08:31:15 pm

Submitted by:

anuj hazari

तीन सप्ताह में नहीं मिला नया मरीज कंटेनमेंट एरिया किया खत्म

The people of the Containment Area created a ruckus, if they want to stop, then do the whole city, why are we being punished

The people of the Containment Area created a ruckus, if they want to stop, then do the whole city, why are we being punished

बीना. गांधी वार्ड की गली नंबर तीन में 7 मई को कोरोना पॉजीटिव मरीज मिलने के बाद इस गली को कंटेनमेंट एरिया बना दिया गया था। इसके बाद यहां पर तीन सप्ताह तक सभी प्रकार की गतिविधियों पर रोक रही। मरीज मिलने के तीन सप्ताह बाद कोई नया मरीज न मिलने के बाद गुरुवार को कलेक्टर के आदेश पर शाम 6 बजे कंटेनमेंट जोन को खत्म कर दिया गया है, लेकिन इसके पहले यहां पर लोगों ने दोपहर में जमकर हंगामा किया। 28 मई को मरीज मिले तीन सप्ताह पूरे हो गए। गुरुवार को कंटेनमेंट एरिया को खत्म करने के लिए दोपहर में हंगामा कर दिया। जिसके बाद मौके पर मौजूद छोटी बजरिया चौकी प्रभारी लाखन डाबर व पटवारी चंचल चौरसिया ने लोगों को समझाइश दी कि शासन की गाइडलाइन और कलेक्टर के आदेश पर ही इस एरिया को कंटेनमेंट एरिया घोषित किया गया था और बिना आदेश के कंटेनमेंट एरिया नहीं खोला जा सकता है। इस दौरान महिलाओं ने कहा कि घर में कैद रहने की सजा केवल हमें ही क्यों दी जा रही है करना है तो फिर पूरे शहर के लिए बंद करों। अधिकारियों ने कहा कि नया मरीज नहीं मिलने के तीन सप्ताह पूरे होने की जानकारी जिला प्रशासन के लिए दे दी गई है शाम तक आदेश आने के बाद ही कंटेनमेंट एरिया खत्म किया जा सकेगा, इसके बाद लोग वापस घर गए। शाम को कलेक्टर का आदेश आने के बाद कंटेनमेंट जोन को खत्म कर दिया गया।
गली को किया गया सेनेटाइज, अनाउंसमेंट कर दी जानकारी
कंटनेमेंट एरिया को खत्म करने के लिए नपा की ओर से अनाउंसमेंट करके इसकी जानकारी दी गई। नपा कर्मचारियों ने एक बार फिर से पूरे एरिया को सेनेटाइज किया। इसके बाद ही लोगों को बाहर निकलने की अनुमति दी गई।
चेहरे पर दिखाई दी खुशी
तीन सप्ताह से घरों में कैद लोगों को बाहर जाने की जैसे ही अनुमति मिली उनके चेहरे खुशी से खिल गए। 21 दिनों से लोग घरों में कैद थे और उस एरिया से बाहर आने की भी अनुमति नहीं थी।

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