scriptबारिश में और महंगा होगा पकवानों का स्वाद | The prices of vegetables will increase in the rain | Patrika News

बारिश में और महंगा होगा पकवानों का स्वाद

locationसागरPublished: Jun 12, 2018 06:57:47 pm

बीते एक सप्ताह में आलू, प्याज और टमाटर के दामों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

The prices of vegetables will increase in the rain

The prices of vegetables will increase in the rain

सागर. स्थानीय स्तर पर आवक में आई कमी से सब्जियों के दाम चढऩे लगे हैं। बीते एक सप्ताह में आलू, प्याज और टमाटर के दामों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। मंडी व्यापारियों की मानें तो सब्जियों के दाम शहर में दोगुने हो गए हैं। इसका सबसे ज्यादा असर हरी सब्जियों पर देखा जा रहा है। क्योंकि स्थानीय किसानों द्वारा वर्तमान में गिलकी व भिंडी के अलावा किसी अन्य सब्जी की आवक नहीं हो रही है।
थोक और फुटकर सब्जी में बड़ा अंतर
मंडी के थोक व्यापार और शहर की विभिन्न कॉलोनियों में बिकने वाली सब्जी में जमीन-आसमान का अंतर है। हालात यह है कि जो हरी मिर्ची, धनिया मंडी में २०-२५ रुपए किलो है वह फुटकर में ६० रुपए किलो में बेची जा रही है। हरी सब्जियों में एेसी कोई भी सब्जी नहीं है जो २०-३० रुपए किलो से कम नहीं है।

मंडी में अधिकांश सब्जी का आयात हो रहा है। मंडी में ट्रांसपोर्टेशन से भाव में अंतर नहीं आता बल्कि आवक की कमी से दाम बढ़ते हैं। फिलहाल आलू, प्याज व टमाटर में उछाल आया है। – अलीम राइन, थोक व्यापारी

स्थानीय किसानों के पास भिंडी, गिल्की को छोड़कर कोई फसल नहीं है। यही कारण है कि मंडियों में आवक की कमी के कारण दामों में बढ़ोतरी हुई है। अभी तो बारिश के दिनों में भाव और भी बढ़ेंगे। – सुजीत मौर्य, किसान

इधर, खरीदी केंद्र से जब्त किया अमानक अनाज
रहली. खरीदी केंद्रों पर बरती जा रही अनियमितताएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। जबकि समर्थन मूल्य खरीदी की तिथि समाप्त हो चुकी हैं। इसके बाद भी मंडी में चना पहुंच रहा है। यह चना किसानों का नहीं, बल्कि व्यापारी एवं समिति प्रबंधकों का है। जिसकी तुलाई १० जून को रातभर की गई। जब किसानों ने इसकी शिकायत की तो प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुचें और खरीदे जा रहे माल की जांच की। केन्द्र संचालकों द्वारा खरीदा जा रहा चना अमानक पाया गया। मौके पर कई वाहनों में भी अनाज भरा पाया गया।
एसडीएम एलके खरे के निर्देश पर तहसीलदार सीजी गोस्वामी ने करीब 39 क्विंटल अमानक चना होने पर जांच के दौरान जब्त किया। वहीं मंडी प्रांगण में सात ट्रैक्टर-ट्रॉली लावारिस मिले। जिनकी जानकारी लेने पर कोई भी दावेदार सामने नहीं आया। उनकी जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश खाद्य अधिकारी निशांत पांडे को दिए गए।
किसान राहुल दुबे ने बताया कि अनाज 9 जून को तुलवा लिया था और साथ में टोकन भी ले लिया था, लेकिन अभी तक तुलाई की पर्ची नहीं दी गई है। पर्ची लेने के लिए ऑपरेटर के पास गए तो उन्होंने बताया कि अभी पर्ची नहीं निकल रही है। इस दौरान किसानों को एमडीएम ने बताया कि चना वापस ले जाओ, तुलाई का काम बंद हो गया है। मामला उजागर होने के बाद अधिकारी व केन्द्र प्रभारियों बैठक एक बंद कमरे में होती रही। जिसमें आपसी सहमती से पूरा मामला रफादफा करने की सुगबुगाहट सामने आई है।
इसी प्रकार का एक मामला चांदपुर केन्द्र का भी सामने आया था जहां करीब 6 घंटे तक अधिकारियों ने मौके पर पहुुंचकर जांच की। जो केवल सैंपल लेकर जांच करने की बात कही और वापस चले गए। जिससे किसानों में भी रोष पनप रहा है। उनका आरोप था कि अनियमितताएं मिलने के बाद भी कार्रवाई नहीं की जा रही है।

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