सागरPublished: Jun 14, 2021 10:09:41 pm
sachendra tiwari
मंडी में आबक बढऩे से आ रहे हैं सैकड़ों ट्रैक्टर-ट्रॉली
The queue of vehicles till Sarvodaya intersection
बीना. खुरई रोड पर ओवरब्रिज का निर्माण लोगों के लिए मुसीबत बनता जा रहा है। सोमवार को सुबह से ही जाम लगता रहा। सुबह जाम लगने के कारण वाहनों की कतार सर्वोदय चौराहे तक पहुंच गई थी। बड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने भारी वाहनों को रोककर जाम को खुलवाया। इसके बाद भी दिनभर जाम की स्थिति बनती रही।
कृषि उपज मंडी के सामने से ओवरब्रिज के पिलर खड़े करने गड्ढे खोदे जा रहे हैं। गड्ढे खोदने के पहले वाहनों की निकासी के लिए पर्याप्त जगह नहीं छोड़ी गई है, जिससे जाम की स्थिति निर्मित हो रही है। सोमवार को मंडी में जोरदार आबक होने के कारण बड़ी संख्या ट्रैक्टर-ट्रॉली मंडी आए और ब्रिज के गड्ढों के कारण यहां सुबह से लेकर शाम तक जाम की स्थिति निर्मित होती रही। सुबह करीब 10.30 बजे से इस रोड पर जाम लगा था, जिससे वाहनों की कतार सर्वोदय चौराहे तक पहुंच गई थी और दूसरी तरफ इंडस्ट्रीज एरिया के आगे तक वाहन खड़े थे। इसके बाद पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा और भारी वाहनों के लिए दोनों तरफ रोक दिया गया था, इसके बाद जो वाहन फंसे थे उन्हें एक-एक कर निकाला गया। जाम में फंसे ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को मंडी परिसर के अंदर कराया गया, तब कहीं जाकर एक घंटे में जाम खुल पाया। इसके बाद भी दिन में कई बार जाम की स्थिति निर्मित होती रही है। गौरतलब है कि पिलर के गड्ढे खोदने के पहले वाहनों को डायवर्ट नहीं किया गया है और यहीं से वाहन निकल रहे हैं। इसके बाद भी जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
दस हजार क्विंटल रही आबक, मंडी में फंस गए थे वाहन
सोमवार को करीब दस हजार क्विंटल उपज की आबक दर्ज हुई, जिससे करीब तीन सौ ट्रैक्टर-ट्रॉली परिसर में थे। जाम खोलने के लिए एक साथ ट्रैक्टर-ट्रॉली परिसर में अंदर कर दिए थे, जिससे वहां यह स्थिति बन गई थी कि नीलामी के बाद व्यापारी के फड़ तक ट्रैक्टर-ट्रॉली नहीं पहुंच पा रहे थे। परिसर में अंदर व्यवस्था बनाने के लिए कोई नहीं था, जिससे वहां किसान परेशान होते रहे। आबक ज्यादा होने के कारण करीब २५ ट्रैक्टर-ट्रॉली के उपज की नीलामी नहीं हो पाई।
रेलवे गेट पर जाम लगने से होती है परेशानी
इसी रोड पर रेलवे गेट है, इस गेट से लगतार ट्रेनें निकलने से बार-बार गेट बंद होता है और वाहनों का जाम लगने के कारण गेट बंद करने में भी दिक्कत होती है। गेट पर जाम न लगे इसके लिए रेलकर्मियों को खड़े होकर वाहनों को गेट से दूर खड़े कराना पड़ता है।