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राम जन्मभूमि, मंदिर की नहीं भारत के स्वाभीमान की लड़ाई है: चंपत राय

locationसागरPublished: Feb 18, 2019 10:49:00 pm

राम जन्मभूमि मंदिर पृष्ठभूमि पर व्याख्यान

The temple is not the battle of India's self-respect: Rai

The temple is not the battle of India’s self-respect: Rai

सागर. राम जन्मभूमि मंदिर, मंदिर की लड़ाई नहीं है,यह लड़ाई भारत के स्वाभिमान की है। ऐसे देश में जो कभी गुलाम रहा हो या युद्ध के कारण किसी विदेशी का उस पर आधिपत्य हो गया हो उनके द्वारा बनवाए गए अपमान के प्रतीकों को हटाया जाता है और विध्वंस किए गए अपने राष्ट्रीय प्रतीकों, संस्कृति के गौरव प्रतीकों को पुन: बहाल किया जाता है, इसीलिए गुलाम भारत में से विक्टोरिया और जॉर्ज पंचम की मूर्ति हटाई गईं साथ ही उनके नाम पर रखे गए मार्गों के नाम बदले गए। यह बात विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्री उपाध्यक्ष चंपत राय ने कही। राय सोमवार को म्युनिसिपल स्कूल मैदान पर आयोजित रामजन्म भूमि मंदिर प्रष्ठभूमि विषय पर आयोजित व्याख्यान को संबोधिति कर रहे थे। उन्होंने कहा कि, अस्पतालों और भवनों के नाम बदले गए। राम जन्मभूमि भूमि है, जन्म स्थान का बंटवारा नहीं किया जा सकता। जिस प्रकार से कोई घुसकर आपके मकान पर कब्जा कर लेता है और आप उसके लिए अदालत में लड़ाई लड़ते हो, राम जन्मभूमि मंदिर का मामला वैसा ही है। हम मस्जिदों के खिलाफ नहीं है, किंतु रामजन्म भूमि मंदिर के पक्ष में हैं, वहां मस्जिद नहीं बनेगी। राम जन्मभूमि का आंदोलन एक आक्रांता के द्वारा भारत को अपमानित करने का इतिहास है।

यह राष्ट्रीय अस्मिता का प्रश्न

कार्यक्रम में डॉ, सुधा मलैया ने जानकारी दी कि कैसे 1528 में मीर बाकी के द्वारा मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाने के बाद से 76 युद्ध लड़े गए। हिंदू राम भक्त वहां हमेशा जाते रहे और जन्मभूमि पाने के लिए संघर्ष करते रहे। यह राष्ट्रीय अस्मिता का प्रश्न था। साक्षी पहले भी थे और साक्ष्य 6 दिसंबर को भी मिले। 6 दिसंबर 1992 को जो सबसे महत्वपूर्ण साक्ष्य मिला था वह था 12 वीं शताब्दी का 20 पंक्ति का संस्कृत में लिखा हुआ शिलालेख। डॉ.मलैया ने बताया कि पुरातत्व में अभिलेख अकाट्य प्रमाण होता है किंतु उसे माना नहीं गया किंतु, इसी प्रमाण के आधार पर 2003 की खुदाई की गई जिसमें स्पष्ट से हुआ के ढांचे के नीचे हिंदू भवन की दीवारें मौजूद थीं। कार्यक्रम में पं. विपिन बिहारी, श्याम सराफ , प्रासुक जैन, विहिप के प्रांत संयोजक संजय होलकर, जिला अध्यक्ष अजय दुबे, मनोज जैन, श्रीराम पटेल, प्रेम शंकर दुबे, अनिल तिवारी सहित अनेक लोगा मौजूद थे।

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