scriptव्यापारी संघ के बंद का रहा मिलाजुला असर, सौंपा ज्ञापन | The trade union shutdown got mixed effect | Patrika News

व्यापारी संघ के बंद का रहा मिलाजुला असर, सौंपा ज्ञापन

locationसागरPublished: Feb 26, 2021 08:56:38 pm

Submitted by:

sachendra tiwari

जीएसटी में संसोधन की मांग को लेकर किया था बंद का आह्वान

The trade union shutdown got mixed effect

The trade union shutdown got mixed effect

बीना. जीएसटी बिल को सरल कर आवश्यक संशोधन करने की मांग को लेकर किराना कन्फैक्शनरी, पान मसाला व्यापारी संघ द्वारा शुक्रवार को दोपहर २ बजे तक बंद का आह्वान किया गया था। संघ के बंद का असर मिलाजुला दिखा। बड़ी बजरिया में कुछ दुकान बंद तो कुछ खुली हुई थीं और अन्य जगहों पर अधिकांश दुकानें खुली हुई नजर आईं। इसके बाद सर्वोदय चौराहे पर व्यापारियों ने एकत्रित होकर एसडीएम के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि जीएसटी आर-३ बी. २ अगर किसी महीने फाइल नहीं करते हैं तो जीएसटी आर-१ फाइल नहीं कर पाएंगे, जिससे व्यापारी को इनपुट के्रेडिट नहीं मिलेगा और यदि दो महीने का जीएसटी आर-३ बी फाइल नहीं करते हैं तो इ-वे बिल भी जनरेट नहीं कर पाएंगे, किसी भी कारण अगर व्यापारी रिटर्न फाइल नहीं कर पाते हैं तो सेक्शन-७३ के अंतर्गत नोटिस दिया जा सकता है, इ-वे बिल जनरेट करने में अगर कोई गलती हो जाती है तो टैक्स का २०० प्रतिशत पैनाल्टी का प्रवधान है जो कि भयावह है। इ-वे बिल की वैधता २०० किमी प्रतिदिन है जो कि दुविधापूर्ण है। साथ ही नेशनल एडवांश रुलिंग अथॉरिटी का गठन अभी तक नहीं हो पाया है, जिससे एक ही प्रोडक्ट का वर्गीकरण अलग-अलग राज्य में एडवांश रुलिंग के तहत अलग-अलग तरह से किया जा रहा है, जिससे परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यदि जीएसटी रिटर्न में टैक्स निल हो और जीएसटी रिटर्न न भरी गई हो तो भी लेट फीस लगाई जा रही है जो कि अनुचित है और जीएसटी काउंसिल ४ वर्षों में ९५० संशोधन ला चुकी है, लेकिन व्यापारियों को अपने रिटर्न में सुधार करने का अधिकार अभी तक नहीं दिया गया है। व्यापारियों ने इन बिंदुओं पर विचार कर सुधार करने की मांग की है। ज्ञापन सौंपने वालों में अध्यक्ष अरविंद बरया, मंशाराम सुंदरानी, राजकुमार, शंकरलाल, नारायण सकवार, प्रदीप जैन, रीतेश मिडला, संजय जैन आदि शामिल हैं।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो