सागरPublished: Sep 21, 2021 08:39:07 pm
sachendra tiwari
शहीद रामेन्द्र बनाना चाहते थे मंदिर के पास पार्क
The youth prepared the park in memory of the head constable who lost his life in Corono
बीना. कोरोना काल में ड्यूटी के दौरान प्रधान आरक्षक रामेन्द्र मिश्रा कोरोना संक्रमित हुए थे, जिनकी इलाज के दौरान मृत्यु हो गई थी। उनकी इच्छा थी कि न्यू पुलिस कॉलोनी में मंदिर के पास एक अच्छा पार्क बने और इच्छानुसार पुलिस कॉलोनी के युवाओं ने तत्कालीन एसडीओपी प्रिया गहरवार से पार्क बनवाने की मांग रखी थी, जिसपर उन्होंने कॉलोनी में पार्क का निर्माण शुुरू करवाया था, जिसे अब युवाओं ने तैयार कर लिया है।
ज्ञात हो कि रामेन्द्र बीना थाने में रहते हुए कोरोना संक्रमित हुए थे, जिन्होंने 28 अक्टूबर की रात में अंतिम सांस ली थी। सरकार ने उन्हें शहीद का दर्जा भी दिया है और उनकी याद में न्यू पुलिस कॉलोनी में पार्क तैयार किया गया है। शहीद रामेन्द्र की इच्छा थी कि कॉलोनी में स्थित मंदिर के पास पार्क बने, लेकिन उनकी इच्छा अधूरी रह गई थी। उनकी इच्छा को पूरा करने के लिए कॉलोनी में रहने वाले युवाओं ने तत्कालीन एसडीओपी से पार्क की मांग की और उन्होंने भी काम शुरू करा दिया, उनका तबादला होने के बाद वर्तमान एसडीओपी उदयभान बागरी ने भी पार्क के काम को तेजी से कराया। थानाप्रभारी कमल निगवाल द्वारा वहां पर पौधारोपण भी कराया गया और पार्क में सौ से ज्यादा पौधे फल, फूल के लगाए गए हैं।
अधिकृत नाम दिलाने की मांग
कॉलोनी में रहने वाले पुलिसकर्मियों के परिवार ने पार्क का अधिकृत रूप से नाम शहीद रामेन्द्र मिश्रा रखने की बात कही है। ताकि कोरोना में जान गंवाने वाले शहीद को हमेशा याद किया जा सके।
लोगों की भावनाओं का किया जाएगा सम्मान
पुलिसकर्मी दिनरात ड्यूटी कर लोगों की सुरक्षा करते हैं। प्रधान आरक्षक की कोरोना से मृत्यु हुई है यदि पुलिसकर्मियों के परिवार पार्क का नाम शहीद रामेन्द्र के नाम पर रखना चाहते हंै तो उनकी भावनाओं का सम्मान किया जाएगा। इसके लिए शासन स्तर पर भी बात करेंगे।
महेश राय, विधायक