संभाग में 13 लाख 75 हजार 514 परिवारों को उचित मूल्य की दुकानों से राशन मिलता है। जिसमें सागर जिले के ४ लाख १८ हजार लोग शामिल हैं। जिले में अभी ८९१ ही राशन दुकान संचालित की जा रही है। ३५ पंचायतों में राशन न मिलने से हितग्राही परेशान होते हैं। राशन न मिलने से सबसे ज्यादा परेशानी बुर्जुगों को होती है।
बीना जनपद में ग्राम पंचायत हींगटी निवासी भगवानदास ने बताया कि उन्हें राशन लेने 9 किलोमीटर दूर ढुरूआ जाना पड़ता है, जिससे कई बुजुर्ग दुकान तक ही नहीं पहुंच पाते हैं। यदि बीना या हिरनछिपा से राशन मिले तो दूरी कम हो जाएगी और हितग्राही परेशान नहीं होंगे। उन्होंने बताया कि गांव में राशन की दुकान खुली ही नहीं है। हर माह राशन के लिए परेशानी होती है।
ग्राम पंचायत सेमरखेड़ी की 65 वर्षीय द्रोपति बाई ने बताया कि निवोदा राशन लेने जाना पड़ता है। जो वृद्ध अकेले हैं वह राशन लेने नहीं पहुंच पाते हैं, इसलिए गांव में दुकान खुलना जरूरी है या फिर ऐसे लोगों के घर पर राशन भेजने की व्यवस्था की जाए। द्रोपति ने बताया कि पैदल चलने में परेशानी होती है और राशन दुकान नहीं रहने हर महीने परेशान होते हैं।
बंडा – सलैयाकलां, सेमरा अहीर, पडवार, बीजरी, क्वायला, पिपरिया चौदा, नैनधरा
शाहगढ़ – लुडयारा, रामपुरा सागर – खैराई, किशनपुरा, गढ़ौलीकलां
जैसीनगर – बिजौरा, सोमला,सरखड़ी देवरी – बिजौर, सुजानपुर
बीना – महादेवखेड़ी, जोध, रामसागर, गढ़ोली, बेधई, पिपरासर, मुहासा, खजुरिया, कौरंजा, बैसराकसाई, हींगटी, सेमरखेड़ी, गुरयाना
मालथौन – हड़ली,वनखिरिया, उमरई
रहली – जूना, छपरा, बगरोन