पुलिस को गुमराह करने गढ़ी थी कहानी
एसपी अमित सांघी के अनुसार बण्डा थाना क्षेत्र से 13 मार्च को छठवीं कक्षा की छात्रा की गुमशुदगी उसके माता-पिता ने 14 मार्च को सुबह थाने में दर्ज कराई थी। इसके कुछ घंटे बाद शाम करीब 7 बजे गांव के बाहर एक खेत में सिर कटी लाश मिली जिसकी पहचान परिजनों द्वारा लापता किशोरी के रूप में किए जाने के बाद पुलिस ने छानबीन शुरू की थी। पुलिस को गुमराह करने मृतका के चाचा-चाची और उसके भाइयों ने कुटीर की जमीन को लेकर पड़ोसी से हुए विवाद के चलते छोटे पटेल पर हत्या का अंदेशा जताया था। जिसके चलते पुलिस ने पहले उसी दिशा में जांच शुरू की क्योंकि वारदात के बाद छोटे पटेल भी फरार हो गया था।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने बदली जांच की दिशा
पुलिस छोटे पटेल को तलाश रही थी कि इस बीच गत दिवस शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई तो उसे देखकर पुलिस अधिकारी सन्न रह गए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बालिका के साथ कई लोगों द्वारा रेप करने की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने पड़ताल शुरू की तो मृतका के बड़े भाई के भी शव मिलने के दिन से गायब होने का पता चला। पुलिस ने परिजनों से पूछताछ की तो मृतका के दो भाई व चाचा-चाची की बातें संदेहास्पद नजर आईं। परिजनों ने पहले बताया कि बालिका की तलाश में उसका बड़ा भाई पास के गांव गया है, जब पुलिस ने वहां जाकर पता किया तो बात झूठ निकली। संदेह होने पर पुलिस ने उनसे अलग-अलग ले जाकर पूछताछ की तो मृतका का मंझला भाई सबसे पहले टूट गया। वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने बृजेश के टूटते ही सख्ती दिखाई तो वीभत्स और शर्मसार कर देने वाली वारदात का खुलासा हो गया।
चाचा के घर पर दिखाई वहशीयत
एसपी अमित सांघी के अनुसार 12 वर्षीय मृतका के साथ 13 मार्च को उसके बड़े भाइ ने चाचा-चाची के खेत पर जाने के बाद उनके खाली घर में जबरदस्ती की। दोनों को मंझले भाइ ने देख लिया तो बड़े भाइ ने उसे भी शामिल कर लिया। कुछ देर बाद नाबालिग भाइ वहां आ गया तो फंसने के डर से दोनों भाइयों ने उसे भी घर में बुला लिया। शाम करीब 5 बजे चाचा घर लौटा और बहन के साथ भाइयों की हरकत को देखा तो वहशीयत भरी करतूत में वह भी शामिल हो गया। शर्मिंदा करने वाली यह वारदात यही तक सीमित नहीं रही, जब चारों मासूम को नोंच रहे थे तभी वहां आई चाची ने भी पूरी बात को छिपा लिया। जब दर्द से बेजार बालिका कराहते हुए सब-कुछ उजागर करने की बात कहने लगी तो महिला ने गला घोंट दिया। रात 9 बजे के बाद वे अंधेरे में शव को खेत तक ले गए और सिर को धड़ से अलग कर अलग-अलग फेंक दिया।
चार गिरफ्तार, एक फरार
१२ साल की मासूम के साथ गैंगरेप और उसका सिर काटने की नृशंस वारदात को अंजाम देने के बाद पुलिस के हत्थे चढऩे की आशंका के चलते शव मिलते ही मृतका का बड़ा भाइ गायब हो गया था। आरोपियों को भनक तक नहीं थी कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद वे पुलिस की शंका के दायरे में आ जाएंगे। रिपोर्ट आने के बाद पुलिस साक्ष्य-बयानों की कड़ी को जोड़ते हुए आरोपियों तक पहुंच गई। पुलिस ने मृतका के मंझले भाई से पूछताछ की और उसके स्वीकार करते हुए छोटे भाई व चाचा को हिरासत में ले लिया। तीनों पर सख्ती दिखाई तौर वारदात में उनकी मदद करने वाली चाची को भी दबोच लिया।