सागरPublished: Mar 24, 2019 08:05:54 pm
sachendra tiwari
बलिदान दिवस पर शहीदों को दी श्रद्धांजलि
To work honestly is also a nation-wide devotion
बीना. नईबस्ती स्थित अथक पथ संग्रहालय में शहीद सरदार भगतसिंह, सुखदेव, राजगुरू के बलिदान दिवस पर श्रद्धांजली अर्पित की गई। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व सेनाधिकारी महेशदत्त तिवारी ने कहा कि भगतसिंह युवाओं के प्रतीक थे। आज ईमानदारी से काम करना भी देश भक्ति है और राष्ट्र से बड़ा कुछ नहीं होता है। सेना देश के लिए ही समर्पित है।
समाजसेवी नवीन पालीवाल ने राष्ट्र को सर्वोपरि बताया और कहा देश हमें देता है सब कुछ हम भी तो कुछ देना सीखे। परमार्थ सेवा संगठन अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण अग्रवाल ने शहीदों के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला। राम शर्मा ने भगतसिह की लोकप्रियता के बारे मे बताते हुए मोतीलाल नेहरू का जिक्र किया। उन्होंने कहा था जब में भगतसिंह से मिलने जेल गया उनसे बात करते हुए मुझे लगा भगतसिह मुझसे भी बड़े हैं और इससे बड़ा मुझे कोई दिखाई नहीं देता है। अवतार सिंह अरोरा, सीताराम चौरसिया, जेएस राजपूत ने भी विचार व्यक्त किए। रीतिका तिवारी ने भगतसिंह का प्रिय गीत मेरा रंग दे बसंती चोला सुनाकर भाव विभोर कर दिया। कार्यक्रम का संचालन उमेश शर्मा ने किया। इस अवसर पर कार्यक्रम में 23 दीप जलाकर डॉ. रत्नाकर चौबे, वीरेन्द्र, संजीव जैन, राजा भाई, मिन्टू सरदार, सज्जन सिंह, रोहित तिवारी, जितेन्द्र देवलिया, आशीष तिवारी, हरि शर्मा, सीताराम ठाकुर, मदन पटेल आदि ने श्रद्धांजली अर्पित की।