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अभाव के बीच शुरू किया बिजनेस, जीता ग्राहकों का भरोसा

locationसागरPublished: Sep 22, 2018 04:15:13 pm

Submitted by:

manish Dubesy

आज इंटरनेशनल बिजनेस वुमन-डे पर विशेष

Today International Business Woman Day

Today International Business Woman Day

सागर. शहर की महिलाएं अब नौकरी के साथ बिजनेस में अपना हुनर दिखा रही हैं। परिवार की जिम्मेदारियों के साथ व्यापार करके इन्होंने अपना नया मुकाम हासिल किया है। आज इंटरनेशनल बिजनेस वुमन-डे है। शहर में एेसी भी बिजनेस वुमन हंै, जिन्होंने सिर्फ 10 हजार रुपए से अपने बिजनेस की शुरूआत की थी और अब लाखों रुपए का बिजनेस कर रही हैं। वैसे भी वर्तमान समय में महिलाएं पुरुषों के मुकाबल हर फील्ड में कामयाबी के झंडे फहरा रही हैं। शहर में भी इन महिलाओं ने अपने काम से अलग पहचान बनाई है। हालांकि इन्हें आभावों से जूझना पड़ा, लेकिन अपने जज्बे और दृढ़ इच्छा शक्ति के दम पर उन्होंने कामयाबी की उड़ान भरी। ये महिलाएं दूसरों के लिए भी पे्ररणा हैं, जो अपने कुछ करना चाहती हैं।
हाथों से बनाया मसाला, शहर की दुकानों पर हो रहा सप्लाई
सिविल लाइन में कुकिंग क्लास चलाने वाली रोली सोनी ने बताया कि 20 वर्षों की मेहनत के बाद अपना लघु उद्योग शुरू किया है। कुकिंग क्लास में इस्तेमाल होने वाले गरम मसाले को 20 जनवरी 2018 में ही लांॅच किया है। उन्होंने स्वयं अपने हाथों से मसालों को तैयार किया है। शहर की लगभग 20 दुकानों पर सप्लाई कर रहे हैं। लगभग 100 महिलाएं हर माह कुकिंग सीखने के लिए आती हैं। क्लास में लगभग 50 कोर्स हम सिखाते हैं।
पति के एक्सीडेंट के बाद चलाई किराने की दुकान
सदर निवासी सुनीला केशरवानी 18 साल से किराने की दुकान चला रही हैं। पति का 18 साल पहले एक्सीडेंट हो गया था। तीन महीने पहले निधन हो गया। एक्सीडेंट के बाद वे चलने में सक्षम नहीं तो सुनीता ने यह दुकान संभाल ली। उनके 4 बच्चे हैं, जिन्हें शिक्षा दी। कभी भी किसी की मदद नहीं ली। दुकान से उनका घर खर्च चलता है। 18 साल पहले दुकान पर बैठना मुश्किल था लेकिन अब इसके साथ-साथ बेनटैक्स ज्वेलरी का भी काम शुरू किया है।
परिवार का मिला साथ, शादी के सालों बाद खोला पार्लर
वल्लभनगर वार्ड में 6 सालों से सखी ठाकुर ब्यूटी पार्लर चला रही हैं। वह संयुक्त परिवार से हैं। परिवार में 13 लोग हैं, लेकिन इनका सपना कुछ कर दिखाने का था। पहले घर की बहू को बाहर काम करने की इजाजत नहीं थी, लेकिन धीरे-धीरे सहयोग के साथ इजाजत मांगी और पार्लर का कोर्स शुरू किया। इसके बाद पार्लर खोला। उन्होंने दसवीं तक पढ़ाई की। अब अपनी कमाई से ही जल्द बड़ा पार्लर खोलने का सपना है।

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