scriptट्रेन के एसी कोचों में सुरक्षित तरीके से हो रही गांजे की तस्करी | Trafficking of ganja in AC Coaches of Train | Patrika News

ट्रेन के एसी कोचों में सुरक्षित तरीके से हो रही गांजे की तस्करी

locationसागरPublished: Aug 27, 2018 08:56:14 pm

Submitted by:

sachendra tiwari

अटेंडर की मिलीभगत से रखा जाता है गांजा

Trafficking of ganja in AC Coaches of Train

Trafficking of ganja in AC Coaches of Train

बीना. ट्रेनों से गांजा की तस्करी के मामले तो आए दिन सामने आते हैं, लेकिन अब एसी कोचों में सुरक्षित तरीके से गांजे की तस्करी की जा रही है। इसमें अटेंडर की मिलीभगत रहती है। एसी कोचों में निजी कंपनियों के अटेंडर रहते हैं जो रुपए लेकर यह कार्य करते हैं। इसके बाद भी रेलवे द्वारा इस ओर कार्रवाईनहीं की जा रही है।
वर्ष 2016 में एक ट्रेन के एसी कोच से गांजा मिला था, जिसमें कोच अटेंडर को गिरफ्तार किया गया था। अटेंडर ने रुपए लेकर गांजा का बैग कोच में रखे थे। इसके बाद इस ओर सख्ती नहीं बरती गईऔर रविवार को समता एक्सप्रेस में फिर बड़ी मात्रा में गांजा पकड़ा गया। यह मामले में तो सामने आ गए, लेकिन इस तरह की तस्करी हर दिन ट्रेनों में हो रही होगी और किसी को भनक तक नहीं है।
यात्रियों की सुरक्षा भी दांव पर
कोच में बिना किसी जांच के सामान रखा जाने से यात्रियों की सुरक्षा भी दांव पर लगी हुईहै। गांजे की जगह कोईसामान घातक सामान ट्रेनों में रखा जा सकता है। यदि सामान की जांच की गई होती तो कोच में यह सामान रख ही नहीं पाता। सामान के साथ कोईव्यक्ति भी मौजूद नहीं रहता है। जब ट्रेनों में गांजा पकड़ा जाता है तो सिर्फ बैग या पेटियां ही मिलती हैं।
स्लीपर कोचों में भी भेजा जाता है गांजा
एसी के साथ-साथ स्लीपर कोचों में भी गांजा मिलने के मामले सामने आए हैं और इनमें भी गांजा लान ले जाने वालों का पता नहीं चलता है। उड़ीसा से आने वाली ट्रेनों में गांजा की तस्करी सबसे ज्यादा होती है। पिछले दिनों मालखेड़ी स्टेशन पर उत्कल एक्सप्रेस से गांजा मिला था।
आरोपी की कर रहे तलाश
समता एक्सप्रेस में रिजर्वेशन कर गांजा रखा गया था और उसे शक हो जाने के कारण वह भाग गया। कोच में सामान रखे जाने के पहले चैकिंग होती है, लेकिन वह बहुत सुरक्षित तरीके से रखा था।
पीएस राय, थाना प्रभारी, जीआरपी

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