सागरPublished: May 09, 2019 09:14:03 pm
anuj hazari
स्टेशन से यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए ट्रेन की जानकारी के लिए सिर्फ एक ही काउंटर
Train passengers who missed the delay in the Railway Inquiry Center
बीना. रेलवे स्टेशन पर पूछताछ काउंटर से यात्रियों को जानकारी लेना परेशानी का सबक बन रहा है तो वहीं जब तक यात्री ट्रेन के बारे में जानकारी लेता है तब तक यात्री की ट्रेन तक छूट जाती है। दरअसल स्टेशन पर रोजना करीब पंद्रह हजार यात्री सफर करते हैं। समर सीजन में यह संख्या और बढ़ जाती है। ऐसे में स्टेशन पर एक से लेकर छह प्लेटफॉर्म तक के यात्रियों को ट्रेन के संबंध में जानकारी लेने के लिए सिर्फ एक ही पूछताछ काउंटर है। वह भी एक नंबर प्लेटफॉर्म पर। ऐसे में छह नंबर 4 व 5 नंबर प्लेटफॉर्म से सफर करने वाले यात्रियों कोई भी ट्रेन की जानकारी लेने के लिए एक नंबर प्लेटफॉर्म पर आना पड़ रहा है तो कई बार पूछताछ काउंटर पर अधिक भीड़ होने से यात्री पूछताछ विंडो से जब तक ट्रेन की जानकारी लेकर प्लेटफॉर्म तक पहुंचता है, तब तक ट्रेन जा चुकी होती है। स्टेशन पर रोजाना ऐसे दर्जनों मामले सामने आ रहे हंै तो वहीं अधिकारी पूछताछ की जगह बोर्ड पर देखकर ट्रेन पकडऩे की बात कह रहे हैं। शाम करीब साढ़े पांच बजे स्टेशन पर रेलवे विंडों पर खड़े लोगों की भीड़ में कुशीनगर एक्सप्रेस की जानकारी लेने पहुंचे राजकुमार वर्मा को भीड अधिक होने के कारण ट्रेन पता करने में समय लग गया। तब ड्यूटी पर मौजूद कर्मचारी ने बताया कि ट्रेन प्लेटफॉर्म पर लग रही है। इसके बाद जब यात्री ट्रेन पकडऩे के लिए एक नंबर से तीन नंबर तक पहुंचे। तब तक ट्रेन जा चुकी है। इनके अलावा भी ऐसे कई यात्री थे, जिन्हें समय पर ट्रेन की जानकारी नहीं मिल सकी। इस तरह के मामले रोजाना स्टेशन पर देखने को मिल रहा है। इस समस्या को लेकर रेलवे सलाहकार समिति के सदस्यों ने इस मामले को डीआरएम के सामने रखा था, लेकिन समस्या का आज तक समाधान नहीं किया गया है।
पांच नंबर प्लेटफॉर्म के बाहर भी है पूछताछ केन्द्र की जरूरत
कुछ समय पहले पश्चिमी कॉलोनी की ओर भी बुकिंग ऑफिस तैयार किया गया है, लेकिन यह ऑफिस अभी तक चालू नहीं हो सका है, जिस वजह से न तो लोगों को टिकट मिल पाता है तो वहीं पूछताछ केन्द्र न होने से ट्रेन की जानकारी भी नहीं मिल पाती है, जबकि इसे चालू करने के लिए तत्कालीन डीआरएम शोभन चौधरी ने आदेश दिए थे, लेकिन स्थानीय अधिकारियों ने इसको चालू कराना उचित नहीं समझा।