-टिकटों की बिक्री में गिरावट
इस पैसेंजर ट्रेन में सफर करने से अब सागर के यात्री बचने लगे हैं। खासतौर पर भोपाल जाने के लिए यात्री इस ट्रेन का उपयोग करने की जगह बस से जाना पसंद कर रहे हैं। रेलवे सूत्रों की माने तो ट्रेन के समय में बदलाव के बाद टिकटों की बिक्री में २० से २५ फीसदी की गिरावट आई है। बात सही भी है क्योंकि एक घंटे पहले यदि ट्रेन रवाना होती है तो इसका फायदा यात्रियों को मिलना चाहिए। लोगों की माने तो यह ट्रेन एक घंटे भोपाल के पास आउटर पर खड़ी होती है।
-८५ रुपए की जगह दे रहे ३५० रुपए
ट्रेन से भोपाल तक समान्य टिकट का किराया ८५ रुपए है। वहीं, रिजर्वेशन के जरिए यदि भोपाल जाना चाहते हैं तो यात्री को १९० रुपए लगते हैं। लेकिन यात्री डबल किराया देकर बसों से भोपाल जाने मजबूर हैं। एेसा इसलिए भी क्योंकि इस ट्रेन में सफर कर भोपाल जाने में पूरा दिन खराब हो जाता है। वहीं, बस से जाने में यात्री समय पर भोपाल पहुंच जाते हैं।
-५ हजार यात्री सफर कर रहे बसों से
दोपहर में नियमित ट्रेन न होने से बस ऑपरेटर चांदी काट रहे हैं। शहर में करीब ४० से अधिक बसें सागर से भोपाल और इंदौर जाती हैं। लग्जरी बसों की संख्या भी बढ़ रही है। सड़क रास्ते से भोपाल जाने वाले यात्रियों की संख्या ५ हजार से अधिक है। शहर से प्रतिदिन बसों में इतनी संख्या में यात्री बस से सफर कर भोपाल पहुंच रहे हैं। क्षिप्रा एक्सप्रेस ट्रेन यदि नियमित हो जाती है तो यात्रियों को काफी सहुलियत होगी।
स्टेशन पहले अब
सागर ११.३० १०.३०
बीना ०२.३५ ०२.३५
भोपाल ६.१५ ६.१५