सागरPublished: Apr 01, 2019 08:32:28 pm
sachendra tiwari
शिकायतों की बाद भी नहीं होता सुधार
Trouble Farmers Being Negligent of Electricity Company
बीना. गर्मी का मौसम आते ही आगजनी की घटनाएं बढ़ जाती हैं सबसे ज्यादा खतरा फसलों के लिए बढ़ जाता है। जिसमें शॉर्ट सर्किट से होने वाली आगजनी की घटनाएं ज्यादा होती हैं। खेतों में पकी फसल के ऊपर से गुजरते तारों ने किसानों की ज्यादा चिंता बढ़ा दी है।
किसानों के खेतों तक बिजली सप्लाई पहुंचाने के लिए बिजली कंपनी खंभें तो लगा देती है, लेकिन इनका मेंटेनेंस नहीं किया जाता है, जिससे तार लूज होकर आपस में टकराने लगते हैं और गर्मी के मौसम में हवा चलने से शॉर्ट सर्किट होकर खेत में आग लग जाती है। किसानों द्वारा बिजली कंपनी के अधिकारियों से लगातार इस संबंध में शिकायतें भी की जाती हैं, लेकिन उनकी शिकायत पर ध्यान नहीं दिया जाता है। यदि तारों को खींचकर व्यवस्थित कर दिया जाए तो शॉर्ट-सर्किट की घटनाएं सामने नहीं आएंगी।
शॉर्ट सर्किट से दो जगह जली फसल
तारों से निकली चिंगारी के कारण दो दिनों दो घटनाओं में किसानों की फसल जलकर राख हो गई। शनिवार को करोंदा गांव में शॉर्ट सर्किटसे गेहूं की नौ एकड़ की फसल जल गई। इसी तरह रविवार ग्राम सिंरचौपी में भी एक किसान की एक एकड़ की फसल जलकर खाक हो गई। समय पर आग पर काबू पा लिया नहीं तो कईएकड़ की फसल आग की चपेट में आ जाती।इस प्रकार की घटनाएं पूर्व में भी हो चुकी हैं।
किसान स्वयं करते हैं व्यवस्था
कई बार तार लूज हो जाने के बाद किसान स्वयं व्यवस्था कर तारों को दूर-दूर रखने का प्रयास करते हैं या फिर ठेकेदारों को रुपए देकर तारों को सही कराया जाता है। क्योंकि एक चिंगारी के कारण उन्हें लाखों रुपए का नुकसान उठाना पड़ सकता है।
जल्द से जल्द फसल काटने में जुटे किसान
आग की घटनाओं के बाद किसान जल्द से जल्द फसल काटने में जुटे हुए हैं। अब गेहूं की फसल का पूरी तरह पकने का इंतजार भी किसान नहीं कर रहे हैं। साथ ही कुछ किसनों ने खेतों पर आग पर काबू पाने की व्यवस्था भी कर ली है, जिससे आग लगती हैतो उसपर तत्काल काबू पाया जा सके।