सागरPublished: May 17, 2021 10:04:19 pm
sachendra tiwari
ट्रेनें नहीं हुई बंद तो स्टॉल हैं चालू, लायसेंस फीस भी करनी पड़ रही जमा
Two stall operators surrender stall
बीना. यात्री व ट्रेनों की संख्या कम होते ही स्टॉल संचालकों की चिंता बढ़ गई है। संचालकों की कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन की वजह से लाइसेंस शुल्क तक नहीं निकल रही है, जिससे उन्हें भारी नुकसान हो रहा है, इसलिए फिलहाल कुछ स्टॉल संचालक स्टॉल को सरेंडर करने तक का भी मन बना चुके हैं। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से लोग बेहद सहमे हुए हैं, जो घरों से बाहर तक नहीं निकल रहे हैं। यही वजह है कि ट्रेनों में गिनती के यात्री ही नजर आ रहे हैं। यात्रियों की घटती संख्या की वजह से रेलवे ने कुछ ट्रेनों का संचालन भी बंद कर दिया है। रेलवे ने खानपान की सुविधा बंद नहीं की है। इसलिए स्टॉल, फूड प्लाजा व जनआहार केन्द्रों में ग्राहकी ठप हो गई है। हालात यह है कि लाइसेंस शुल्क तक नहीं निकल रही है।
नियमानुसार संचालकों को लायसेंस फीस तो जमा करनी ही पड़ेगी, जिसे लेकर वह चिंतित है, स्टेशन पर करीब १८ स्टॉल हैं, जिनमें से दो स्टॉल संचालकों ने ग्राहकी नहीं होने के कारण रेलवे को स्टॉल सरेंडर कर दी हैं। गौरतलब है कि बीना जंक्शन पर यात्रियों की संख्या को देखते हुए स्टॉल की आवश्यकता महसूस होती थी। जिसके बाद लगातार लोगों की सुविधाओं के लिए इसमें विस्तार भी किया जा रहा था लेकिन टे्रनें बंद और यात्रियों की कम होती संख्या ने इनका भारी नुकसान हुआ है।
तीन सौ से ज्याादा परिवार इन्हीं के भरोसे
स्टेशन पर स्थित स्टॉलों से करीब तीन सौ से ज्यादा परिवारों का घर चलता है, जो केवल यात्रियों की संख्या पर ही निर्भर करते हैं। स्टॉल पर ग्राहकी कम होने के कारण वेंडरों को घर चलाना भी मुश्किल हो रहा है। क्योंकि वेंडर कमीशन पर काम करते हैं लेकिन सामान की बिक्री नहीं होने के कारण दिन मजदूरी भी नहीं निकल रही है।
करीब पंद्रह लाख रुपए हर महीने होती है लायसेंस फीस जमा
कोरोना काल में स्टॉल संचालकों ने फीस कम करने की मांग की है। पिछले वर्ष स्टॉल बंद रहने से फीस नहीं ली गई लेकिन उसके बाद भी टे्रनें कम होने से फीस में रेलवे ने कटौती कर दी। उसके बाद भी स्टेशन से हर माह करीब पंद्रह लाख रुपए स्टॉलों की लायसेंस फीस जमा की जाती है। जो सामान्य दिनों में सीधी डबल करीब ३० लाख के ऊपर पहुंच जाती है।
फैक्ट फाइल
स्टेशन पर स्थित स्टॉल – 16
सरेंडर की गई स्टॉल – 02
स्टॉलों पर काम करने वाले कर्मचारी -300