सागरPublished: Sep 24, 2022 08:45:19 pm
sachendra tiwari
जर्जर भवन होने से बाहर लग रही कक्षाएं
Two teachers posted, one absent and one dependent on the school, studies are affected
बीना. ग्रामीण क्षेत्रों में शासकीय स्कूलों की स्थिति दयनीय हैं। स्कूल में शिक्षक पदस्थ हैं, लेकिन कोई दूसरी जगह अटैच हैं, तो कोई अनुपस्थित रहते हैं, जिससे बच्चों का भविष्य अंधकार में नजर आ रहा है। अधिकारियों द्वारा भी इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। प्राथमिक स्कूल रुसल्ला में तीन शिक्षक पदस्थ हैं, जिमसें एक शिक्षिका को भागनढ़ छात्रावास में अटैच कर दिया है और संविदा शिक्षक अनुरुद्ध चंदेल अनुपस्थित रहते हैं। स्कूल सिर्फ एक शिक्षिका दीप्ति मिश्रा के भरोसे संचालित हो रहा है। यदि शिक्षिका को विभाग के काम से कहीं जाना होता है, तो फिर स्कूल में ताला लग जाता है। एक शिक्षिका होने के कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। ग्रामीणों ने भी अनुपस्थित शिक्षक के खिलाफ शिकायतें की हैं, लेकिन स्थिति जस की तस है। वहीं, स्कूल भवन जर्जर होने के कारण कक्षाएं बाहर लगानी पड़ रही हैं, जिससे कोई हादसा न हो। भवन मरम्मत के लिए शिक्षिका द्वारा अधिकारियों को अवगत भी कराया गया है, क्योंकि भवन की छत कभी भी गिर सकती है।
अतिरिक्त कक्ष हो गया जर्जर
कुछ वर्षों पूर्व बनाए गए अतिरिक्त कक्ष की गुणवत्ता ऐसी है कि छत ही टूटकर गिरने लगी है और यह भवन में विद्यार्थियों के बैठने के पहले जर्जर हो गया है। यदि अतिरिक्त कक्ष सही होता, तो विद्यार्थी वहां बैठ सकते थे।
पानी की नहीं व्यवस्था
स्कूल में पानी की व्यवस्था भी नहीं है, जिससे विद्यार्थी परेशान होते हैं। विद्यार्थियों को पानी घर से लाना पड़ता है। इस समस्या से विभाग और पीएचइ विभाग के अधिकारी भी अवगत हैं, लेकिन इसे हल नहीं किया जा रहा है।
अनुपस्थित शिक्षक पर संकुल से होगी कार्रवाई
अनुपस्थित संविदा शिक्षक के खिलाफ संकुल को कार्रवाई के लिए लिखा है। सीएम हेल्पलाइन पर भी ग्रामीणों ने शिकायत दर्ज कराई है। भानगढ़ में अटैच शिक्षिका को वापस स्कूल में भेजने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र भेजा है। साथ ही भवन की मरम्मत कराने भी प्रस्ताव भेजा गया है, स्वीकृति मिलते ही छत सही करा दी जाएगी।
राकेश सिंह, बीआरसीसी, बीना