सागरPublished: Nov 26, 2021 07:12:45 pm
sachendra tiwari
नगर, ग्राम रक्षा समिति प्रशिक्षण शिविर का आयोजन
बीना. जब पुलिस की ट्रेनिंग होती है तो वर्दी पर कलफ लगाया जाता है ताकि वर्दी कड़क बनी रहे, लेकिन आम जीवन में पुलिस में अकड़ हो तो हमारी छवि लोगों में अकड़ वाली बनती है इसलिए अकड़ से बाहर आकर अपनी अच्छी छवि का निर्माण करना है। यह बात सीसीटीवी कंट्रोल रूम प्रांगण में आयोजित नगर, ग्राम रक्षा समिति के प्रशिक्षण शिविर में शामिल हुए एसपी अतुल सिंह ने कही। उन्होंने कहा कि रक्षा समिति के सदस्यों के पुलिस से जुडऩे के कुछ मूल उद्देश्य हो सकते हंै, जिसमें पुलिस का रुतबा, लोगों में डर या फिर लोगों में यह दिखाने की हम पुलिस से जुड़े हैं, लेकिन सब केवल फिल्मों में ही अच्छा लगता है धरातल पर ऐसा कुछ नहीं है। इसलिए पुलिस से जुड़कर सदस्य अपराधों की रोकथाम के लिए काम करें। उन्होंने वर्ष 2000 के पहले से जुड़े समिति सदस्यों से जब यह पूछा कि काम के दौरान सबसे ज्यादा सहयोग किस थानाप्रभारी ने किया तो अधिकांश सदस्यों ने उन थानाप्रभारी के नाम लिए जो तेज तर्रार थे। इसको लेकर एसपी ने कहा कि हमें पुलिस की छवि में सुधार करना है और शिकायत करने के लिए आने वालों से विनम्रता से पेश आना है। शिविर में एसडीओपी उदयभान बागरी, बीना थाना प्रभारी कमल निगवाल, आगासौद थाना प्रभारी रावेन्द्र सिंह बागरी, भानगढ़ थाना प्रभारी लखन डाबर, खिमलासा थानाप्रभारी मीनेश भदौरिया सहित पुलिसकर्मी और नगर व ग्राम रक्षा समिति के सदस्य मौजूद रहे।
किसी भी मामले में न बनें गवाह
एसपी ने रक्षा समितियों के सदस्यों से कहा कि जिन मामलों में पुलिस के लिए कोई गवाह नहीं मिलते हैं उनमें गवाह न बनें। यदि कोई अधिकारी इसके लिए दबाव बनाता है तो इसकी जानकारी दें। क्योंकि पुलिस अधिकारी तो कुछ समय के लिए आते हैं, लेकिन जिसके खिलाफ गवाही दोगे वह हमेशा के लिए रंजिश रखने लगेगा। इसलिए केवल पुलिस को अपराध की सूचना दें। बाकी का काम पुलिस का है।
अच्छे नागरिक योजना का बने हिस्सा
एसपी ने जानकारी देते हुए बताया कि किसी भी हाल में हमें मानवता को नहीं छोडऩा है। सरकार द्वारा चलाई जा रही अच्छे नागरिक योजना का हिस्सा जरूर बनें। यदि दुर्घटना में घायल किसी व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाते हैं तो मेडिकल बोर्ड की अनुशंसा पर शासन की ओर से पांच हजार रुपए इनाम व प्रशंसा पत्र भी दिया जाएगा। पुलिस घायल को अस्पताल में भर्ती कराने पर संबंधित व्यक्ति से कोई पूछताछ नहीं करेगी।
मॉर्डन पुलिस के सामने कई चुनौतियां
मॉर्डन पुलिस के सामने कई चुनौतियां है, जिसमें सबसे बड़ी चुनौती वर्तमान में सायबर क्राइम की है, जिसमें लोगों को फोन या अन्य तरीकों से ठगी का शिकार बनाया जा रहा है। इसके लिए भी लोगों को जागरुक करें यह भी पुलिस के लिए किया जाने वाला बड़ा सहयोग है।
महिला सदस्य ने कहा लोगों से पुलिस करे अच्छा व्यवहार
कार्यक्रम के दौरान महिला सदस्य नंदनी मुड़ोतिया ने कहा कि जो भी व्यक्ति पुलिस से मदद लेने के लिए आता है पुलिस उससे अच्छा व्यवहार करे। उन्हें न्याय दिलाने के लिए काम करें और किसी भी प्रकार की अभद्रता न की जाए।