…इधर बोर्ड में हो सकते हैं पेपर लीक
सागर. शिक्षा विभाग अपनी सुविधा के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से कामकाज को बढ़ावा दे रहा है। पेपर और समय की बचत के लिए विभाग द्वारा वाट्सएप ग्रुप पर आदेशों का आदान-प्रदान किया जा रहा है। लेकिन हैरान करने वाली बात यह है कि जिले के ग्रुप में परीक्षा संबधी जानकारी भी इन ग्रुप पर शेयर हो रही है। मार्च में बोर्ड परीक्षा है और गोपनीय आदेशों को ग्रुप में डाला जा रहा है। वाट्सएप ग्रुप में जानकारी शेयर होने से बोर्ड परीक्षा में पेपर लीक होने का खतरा बढ़ गया है। स्कूल के प्राचार्यों का कहना है कि विभाग द्वारा प्रमुख आदेश भी ग्रुप पर शेयर हो रहे हैं। विभाग द्वारा डीईओ सागर, सागर ब्लॉक, शालेय फोटोग्राफ, डीईओ सागर (जीएससी ओनली) आदि ग्रुप बनाए गए हैं। इन ग्रुप पर हजारों लोग ऐसे भी जुड़ें हैं जिनका गोपनीय आदेशों से कोई लेना-देना नहीं है फिर भी उन्हें जानकारी मिल रही है। वहीं नियमानुसार जो आदेश सील और साइन के साथ स्कूलों में पहुंचना चाहिए वो पहुंच ही नहीं रहे हैं।
लीक हो गए थे पर्चे
जिले में छमाही परीक्षा का आयोजन ८ दिसंबर को किया गया था। परीक्षा के दो दिनों पहले पर्चे आउट हो गए थे। इसकी जानकारी विभाग के अधिकारियों को भी लेकिन परीक्षा केंसिल नहीं की गई। जानकारी के मुताबिक शिक्षकों को ट्रेनिंग के बाद एक विषय आधारित ग्रुप बनाया गया, इसी ग्रुप से हाई और हॉयसेकेण्डरी स्कूलों में आयोजित होने वाली छमाही परीक्षा के पर्चे लीक हो गए, और यह शिक्षकों के साथ विद्यार्थियों के पास भी पहले से पहुंच गए।