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विश्वविद्यालय के इस साइंस प्रोफेसर का मेल हैक, हैकर ने यह की हरकत

locationसागरPublished: Feb 18, 2018 03:42:17 pm

इस मामले की शिकायत डॉक्टर कौशिक ने सिविल लाइन थाने में दर्ज कराई है।

University of Science Professor's Mail Hack

University of Science Professor’s Mail Hack

सागर. डॉ. हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग की हैड डॉ. अनुपमा कौशिक का याहू मेल हैक होने का मामला सामने आया है। इस मामले की शिकायत डॉक्टर कौशिक ने सिविल लाइन थाने में दर्ज कराई है। शिकायत के अनुसार बताया गया है कि उनका याहू मेल अज्ञात व्यक्ति द्वारा हैक कर लिया गया है। इसके बाद आरोपी ने एक पोस्ट डाली। जिसमे लिखा है कि मेरे कजन बीमार हैं और मैं अभी बाहर हूं। मुझे पैसों की सख्त जरूरत है शिकायत में बताया कि इसमें एक खाता नंबर भी दिया गया था, जो ैठप का बताया जा रहा है। घटना की जानकारी शुक्रवार की सुबह डॉक्टर कौशिक को तब मालूम चली जब विश्वविद्यालय परिसर में रहने वाले शिक्षक उनसे मिलने घर पहुंचे और उनका हालचाल पूछा। इस पर वह हैरान हो गर्इं और उन्हें समझ आ गया कि किसी ने उनका मेल अकाउंट हैक कर लिया है। इसके तुरंत बाद उन्होंने सिविल लाइन थाने में मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने मामला जांच में लिया है। यह मामला शुक्रवार सुबह का बताया जा रहा है

…इधर बोर्ड में हो सकते हैं पेपर लीक
सागर. शिक्षा विभाग अपनी सुविधा के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से कामकाज को बढ़ावा दे रहा है। पेपर और समय की बचत के लिए विभाग द्वारा वाट्सएप ग्रुप पर आदेशों का आदान-प्रदान किया जा रहा है। लेकिन हैरान करने वाली बात यह है कि जिले के ग्रुप में परीक्षा संबधी जानकारी भी इन ग्रुप पर शेयर हो रही है। मार्च में बोर्ड परीक्षा है और गोपनीय आदेशों को ग्रुप में डाला जा रहा है। वाट्सएप ग्रुप में जानकारी शेयर होने से बोर्ड परीक्षा में पेपर लीक होने का खतरा बढ़ गया है। स्कूल के प्राचार्यों का कहना है कि विभाग द्वारा प्रमुख आदेश भी ग्रुप पर शेयर हो रहे हैं। विभाग द्वारा डीईओ सागर, सागर ब्लॉक, शालेय फोटोग्राफ, डीईओ सागर (जीएससी ओनली) आदि ग्रुप बनाए गए हैं। इन ग्रुप पर हजारों लोग ऐसे भी जुड़ें हैं जिनका गोपनीय आदेशों से कोई लेना-देना नहीं है फिर भी उन्हें जानकारी मिल रही है। वहीं नियमानुसार जो आदेश सील और साइन के साथ स्कूलों में पहुंचना चाहिए वो पहुंच ही नहीं रहे हैं।
लीक हो गए थे पर्चे
जिले में छमाही परीक्षा का आयोजन ८ दिसंबर को किया गया था। परीक्षा के दो दिनों पहले पर्चे आउट हो गए थे। इसकी जानकारी विभाग के अधिकारियों को भी लेकिन परीक्षा केंसिल नहीं की गई। जानकारी के मुताबिक शिक्षकों को ट्रेनिंग के बाद एक विषय आधारित ग्रुप बनाया गया, इसी ग्रुप से हाई और हॉयसेकेण्डरी स्कूलों में आयोजित होने वाली छमाही परीक्षा के पर्चे लीक हो गए, और यह शिक्षकों के साथ विद्यार्थियों के पास भी पहले से पहुंच गए।

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