सागरPublished: Aug 04, 2019 09:46:19 pm
sachendra tiwari
मरम्मत होने के बाद भी टूट जाती है बाउंड्रीवॉल
unsafe college campus, broken boundariwall
बीना. शासकीय पीजी कॉलेज में लाखों रुपए का बजट आता है, इसके बाद भी व्यवस्थाओं में सुधार नहीं किया जा रहा है। जो काम यहां जरूरी हैं वह प्रबंधन द्वारा नहीं कराए जाते हैं। कॉलेज की बाउंड्रीवॉल जगह-जगह से टूटी चुकी है, लेकिन इसे सही नहीं कराया जा रहा है।
कॉलेज भवन और परिसर को सुरक्षित रखने के लिए चारों तरफ बनी बाउंड्रीवॉल कई जगह से टूट चुकी है, लेकिन इसे सही नहीं कराया जा रहा है। बाउंड्रीवॉल टूटी होने के कहीं से भी लोग अंदर आ जाते हैं, जिससे कॉलेज असुरक्षित है। साथ ही पूरे कॉलेज परिसर में मवेशियों का जमावड़ा रहता है। कॉलेज परिसर में लगी घास के कारण यहां मवेशी पहुंचते हैं और पौधों को भी चट कर जाते हैं। मवेशियों के अंदर पहुंचने से पूरा खेल मैदान खराब होता जा रहा है। साथ ही खेल मैदान को भी खराब कर रहे हैं। यहां के कर्मचारियों द्वारा भी मवेशियों को बाहर नहीं निकाला जाता है। कॉलेज में निर्माण कार्य और मरम्मत पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा कराई जाती है।
पिछले वर्षों में हुई थी मरम्मत
कुछ वर्ष पहले बाउंड्रीवॉल की मरम्मत कराई गई थी, लेकिन वह फिर टूट गई। क्योंकि मरम्मत के नाम पर सिर्फ रस्म अदायगी की जाती है। बारिश के मौसम में बाउंड्रीवॉल कई जगह से टूट जाती है। यदि गुणवत्तापूर्ण काम किया जाए तो बाउंड्रीवॉल क्षतिग्रस्त नहीं होगी।
पीडब्ल्यूडी विभाग को लिख चुके हैं पत्र
इस संबंध में पूर्व में प्रभारी प्राचार्य द्वारा पीडब्ल्यूडी विभाग और उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों को पत्र लिखा जा चुका है, लेकिन अभी तक सुधार नहीं हो पाया है। प्रबंधन द्वारा अब फिर से पत्र लिखे जाने की बात कही जा रही है।