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बीएमसी में क्लीन एप का प्रयोग रहा फैल, अब प्रबंधन नए सिरे से करेगा होगा रिव्य

locationसागरPublished: Feb 16, 2020 09:09:46 pm

-हाइट्स कंपनी, अधीक्षक की होगी जिम्मेदारी, गंदगी फैलाने वालों पर भी होगी सख्त कार्रवाई

बीएमसी में क्लीन एप का प्रयोग रहा फैल, अब प्रबंधन नए सिरे से करेगा होगा रिव्य

बीएमसी में क्लीन एप का प्रयोग रहा फैल, अब प्रबंधन नए सिरे से करेगा होगा रिव्य

सागर. बीएमसी में दो साल पहले शुरू हुआ स्वच्छता संबंधी क्लीन एप का फिर से रिव्यू होगा। दरअसल बीएमसी ने इसे ट्रायल पर शुरू किया था। शुरुआत में इसको लेकर संबंधित स्टाफ उत्साहित दिखा, लेकिन धीरे-धीरे इसका उपयोग बंद होने लगा। वर्तमान में चंद लोग ही इस एप का उपयोग कर रहे हैं। डीन डॉ. जीएस पटेल के अनुसार एप को पूरी तरह कारगर बनाए जाने के लिए इसे एक बार रिव्यू किया जाना जरूरी है। स्वच्छता, मैनटनेंस और प्लांट से संबंधित शिकायतों के लिए इस एप को शुरू किया था, लेकिन इसके जरिए गंदगी पर ही फोकस किया जा रहा है। जबकि मैनटनेंस वर्क में काफी लापरवाही की जा रही है। इसको लेकर किसी भी प्रकार की शिकायतें एप में सामने नहीं आ रही हैं।

-यह है उद्देश्य
इस एप को अधिक से अधिक लोगों के स्मार्ट फोन पर डाउनलोड कराकर लोगों को इसके बारे में बताना है। नियमित सफाई न होने वाली जगह, टूटे खिड़की और दरवाजे और अन्य अव्यवस्थाओं की फोटो एप के जरिए जिम्मेदारों तक पहुंचाना है। यह एप सर्वर से कनेक्ट है। इसमें डीन, अधीक्षक, हाइट्स कंपनी के अधिकारी जुड़े हैं। इस तरह की फोटो आने पर संबंधितों को तुरंत एक्शन लेना है।

-नजर नहीं आते क्यूआर कोड
प्रबंधन ने अस्पताल के चप्पे-चप्पे पर क्यूआर कोड चिपकवाए थे। इससे फोटो स्कैन कर ऑटोमेटिक एप से फोटो अपलोड हो जाती है। लेकिन अस्पताल में कई जगहों से यह क्यूआर कोड गायब हो चुके हैं। मॉनीटरिंग न होने के कारण इनका उपयोग भी कम हो गया है।

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