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वाहन चालक वसूल रहे मनमाना किराया, ऑटो- कार के सहारे भाइयों को राखी बांधने जा रही बहनें

locationसागरPublished: Jul 30, 2020 09:07:27 pm

Submitted by:

anuj hazari

कोरोना के कारण चार महीने से बस और पर्याप्त ट्रेनें नहीं चलने से बढ़ी परेशानी

Vehicle drivers are charging arbitrary fare, sisters are going to tie rakhi to brothers with the help of auto-car

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बीना. कोरोना के कारण चार महीने से बस और पर्याप्त ट्रेनें नहीं चलने के कारण रक्षाबंधन पर बहनें अपने भाई को राखी बांधने के लिए नहीं पहुंच पा रही हैं, वहीं जिन्हें पास में ही कुछ किलोमीटर तक जाना है वह ऑटो व कार के सहारे जा रही हैं, जिसमें भी उनसे मनमाना किराया वसूल किया जा रहा है। गौरतलब है कि 22 मार्च से ट्रेनें बंद होने के साथ ही बसों का आवागमन भी बंद है, जहां कुछ ट्रेनों को चलाकर लोगों को सुविधा देने के नाम पर रेलवे ने ऊंट के मुंह में जीरा जैसा काम किया है। वर्तमान में अप और डाउन को मिलाकर 14 ट्रेनें चल रही हैं जबकि सामान्य दिनों में 175 से ज्यादा ट्रेनें चलती थीं। इस स्थिति में राखी जैसे बड़े त्योहार पर बहन और भाई एक दूसरे के पास नहीं पहुंच पाने के कारण भी कई भाइयों की कलाई सूनी रहने वाली है। स्थानीय स्तर पर बस सुविधा बंद होने के कारण भी काफी परेशानी का सामना लोगों को करना पड़ रहा है। इसका फायदा अब ऑटो सहित अन्य वाहन चालक उठा रहे हैं जो मनमाना किराया वसूल करके लोगों को एक जगह से दूसरी जगह ले जा रहे हैं। केवल आज का दिन छोड़कर दो दिन का लॉकडाउन रहेगा उसके अगले दिन ही रक्षाबंधन है इस स्थिति में बहनें भाई के घर नहीं पहुंच पाएंगी।
कोरोना काल में भी पहले जैसे बैठा रहे 15-20 सवारी
कोरोना काल में जहां सरकार ने गाइड लाइन जारी करके शारीरिक दूरी बनाकर रहने के लिए आदेश जारी किया है वहीं दूसरी ओर इसका जमकर मखौल उड़ाया जा रहा है। हाल यह है कि एक ऑटो में 15 से 20 सवारी बैठाकर ऑटो चालक जा रहे हैं। यदि इस स्थिति में कोई भी यात्री कोरोना संक्रमित निकला तो यह पता लगाना भी मुश्किल हो जाएगा कि कौन व्यक्ति किसके संपर्क में आया था। इसके बाद भी पुलिस, प्रशासन द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
ओवरलोडिंग से हो चुकी हैं घटनाएं
कुछ महीने पहले खुरई रोड पर ओवरलोडिंग ऑटो के एक कार से टक्कर होने के कारण करीब एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए थे और तीन लोगों की मृत्यु हो गई थी इस प्रकार की घटना होने पर पुलिस कुछ दिनों तक तो अपनी सक्रियता दिखाती है, लेकिन उसके बाद स्थिति जस की तस हो जाती है और घटनाएं फिर होने लगती है। इसी तरह पिछले दिनों एक ऑटो पलट जाने के कारण महिला, पुरुष बच्चे घायल हुए थे।

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