4 साल से राज्यबीमारी सहायता की राशि पाने भटक रहा पीड़ित
सागर•Aug 22, 2019 / 03:48 pm•
manish Dubesy
Victims wandering to get the amount of sickness help
भोपाल में कराया था मां के हार्ट का ऑपरेशन
प्रबंधन ने राशि मंजूर न होने पर जमा करा लिए थे ७० हजार रुपए और राशि मिलने पर लौटाने का दिया था आश्वासन
सागर. बीना के मडिया वार्ड निवासी एक युवक को ४ साल बाद भी राज्य बीमारी सहायता की मंजूर हुई ९७ हजार रुपए की राशि नहीं मिल पाई है। यह युवक भोपाल और जिला अस्तपाल के चक्कर काटने मजबूर हैं। यहां पीडि़त का कहना है कि उसकी मां के हार्ट का ऑपरेशन २०१५ में हुआ था।
गरीबी रेखा में नाम होने के कारण उसने राज्य बीमारी सहायता से स्टीमेंट बनवाया और और चिरायु अस्पताल में जमा किया था। पीडि़त रिंकू सेन ने बताया कि उसकी मां लक्ष्मीबाई की हालत गंभीर थी। एेसा कहकर प्रबंधन ने रिश्तेदारों से ७० हजार रुपए लेकर जमा करने की बात कही थी और यह भी कहा था कि जैसे राशि मंजूर हो जाएगी। वह राशि वापस लौटा देगा। पीडि़त के अनुसार उसने रुपए उधार लेकर मां का ऑपरेशन कराया। इस दौरान एक लाख रुपए उपचार में खर्च हुए थे।
डेढ़ साल तक काटे भोपाल के चक्कर
पीडि़त रिंकू ने बताया कि ऑपरेशन होने के दो महीने से लगातार डेढ़ साल तक वह भोपाल गया, लेकिन प्रबंधन फंड न आने की बात करता रहा। आखिर में यह बताया कि फंड आया था, लेकिन वह वापस जिला अस्पताल लौटा दिया। पीडि़त रिंकू के अनुसार इसके बाद वह जिला अस्पताल सागर आया, जहां बताया गया कि एेसा कोई फंड नहीं आया है। कई बार दस्तावेज दिखाए और जांच करने की मांग भी की, लेकिन प्रबंधन ने उसकी कोई मदद नहीं हुई।
&मेरे पास पीडि़त नहीं आया है। यदि उसे राज्य बीमारी सहायता की राशि नहीं मिली है तो मैं दिखवाता हूं। यदि उसके पास जरूरी दस्तावेज होंगे तभी मदद कर पाउंगा।
डॉ. एमएस सागर, सीएमएचओ