सागर

video: ग्रामीणों को नहीं मिल रही शौचालय बनाने की अनुमति और गेट के बाहर चल रहा डामर प्लांट

मामला रिफाइनरी प्रबंधन का, एसडीएम ने मांगा तीन दिन में जवाब

सागरJan 30, 2019 / 09:00 pm

anuj hazari

Villagers do not get toilet facilities and asphalt plant running out of gate

बीना. रिफाइनरी प्रबंधन द्वारा पांच किलोमीटर का क्षेत्र नो डेवलपमेंट एरिया घोषित कराया गया है और इस क्षेत्र में आने वाले गांवों में कोई निर्माण नहीं कर पा रहे हैं। यहां तक कि शौचालयों का निर्माण भी नहीं हो पाया है। वहीं दूसरी ओर गेट नंबर दो से करीब 100 मीटर की दूरी पर ही डामर प्लांट चल रहा है जो किसी दिन हादसे का कारण बन सकता है। इस संबंध में शिकायत आने के बाद एसडीएम डीपी द्विवेदी ने बुधवार को रिफाइनरी प्रबंधन के उप महाप्रबंधक को नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब मांगा है। यदि तीन दिन में जवाब प्रस्तुत नहीं किया गया तो आगे की कार्रवाई के लिए जिला मलिस्ट्रेट के माध्यम से शासन को कार्रवाई के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा। बाउंड्रीवॉल से महज 100 मीटर की दूरी पर डामर प्लांट है और वहां डामर पिघलाने के लिए आग का उपयोग किए जाने पर आसपास के क्षेत्र में काले धुएं से प्रदूषण हो रहा है। इसमें मप्र शासन के 16 फरवरी 2009 के राजपत्र में प्रकाशित अधिसूचना क्रमांक एफ 35-33-2009-सी-1 अंतर्गत इंडियन ऑफिसियल एक्ट 1923 का उल्लंघन किया जा रहा है। एसडीएम ने बताय कि इस प्रकार के मामलों में धारा 133 (ग) में यह प्रावधान है कि किसी पदार्थ का व्ययन जिससे अग्निकांड या विस्फोट की संभावना हो न्यूसेंस की श्रेणी में आता है। धारा 133 के अंतर्गत न्यसेंस या आशंकित खतरे के अर्जेंट मामलों में समग्र वाधा, क्षोभ, क्षति या मानव जीवन के स्वास्थ्य या खतरे का लोक प्रशांति और परिशांति के विक्षुब्ध होने की आशंका के तहत धारा 144(1) के तहत आदेश पारित कर कार्रवाईकी जा सकती है।
नो डेवलपमेंट एरिया से परेशान हैं लोग
पांच किलोमीटर का नो डेवलमेंट एरिया होने के कारण लोगों को परेशान होना पड़ता है। क्योंकि कोई निर्माण नहीं किया जा सकता है। यहां ग्रामीण शौचालय या शेड तक का निर्माण नहीं कर पा रहे हैं। इस संंबंध में अधिकारियों से कई बार शिकायत की जा चुकी है।

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.