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जेपी पॉवर प्लांट में कार्यरत कर्मचारी की मृत्यु के बाद ग्रामीणों ने दिया धरना, जानें कारण

locationसागरPublished: Aug 17, 2019 08:51:42 pm

Submitted by:

anuj hazari

कर्मचारी ने कंपनी के लिए दी थी जमीन

Villagers picket after the death of an employee working in JP power plant, know the reason

Villagers picket after the death of an employee working in JP power plant, know the reason

बीना. जेपी पॉवर प्लांट में काम करने वाले ग्राम सिरचौंपी निवासी एक कर्मचारी की शुक्रवार को हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई। मृत्यु के बाद उसका पीएम भी नहीं कराया और मृतक के लिए कंपनी की एम्बुलेंस से घर भेज दिया गया। कंपनी अधिकारियों से मृतक के परिवार को सहायता राशि और बेटे को नौकरी न देने की जानकारी लगने पर ग्रामीणों ने मांगों को लेकर कंपनी ऑफिस के बाहर धरना दिया और आश्वासन मिलने के बाद ही धरना खत्म किया। दरअसल शुक्रवार दोपहर करीब तीन बजे जेपी पॉवर प्लांट में आइपीएस पॉइन्ट में काम कने वाले ऑपरेटर पहलवान पिता धीरज ठाकुर(42) निवासी ग्राम सिरचौंपी को सीने में दर्द हुआ, जिसके बाद कर्मचारी के परिजन उसे सिविल अस्पताल लेकर आए, जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक का पीएम भी नहीं कराया गया। जबकि नियमानुसार कर्मचारी का पीएम कराया जाना था, जिसकी रिपोर्ट आने के बाद उसे शासन से भी मदद मिल सकती थी।
एक लाख और नौकरी का दिया आश्वासन
मृतक की कंपनी में 11 एकड़ जमीन गई थी, कंपनी के एग्रीमेंट में उल्लेख है जिस किसान की जमीन कंपनी में गई थी उसे नौकरी दी जाएगी, लेकिन पहलवान सिंह की मृत्यु के बाद कंपनी ने उसके परिवार के एक सदस्य को कॉन्टेक्ट के आधार पर नौकरी व एक लाख रुपए देने का आश्वासन दिया है। जबकि ग्रामीण कंपनी में ऑन रोल नियुक्ति व पांच लाख रुपए सहायता राशि देने की बात पर अड़े थे। इसके बाद भी जब ग्रामीण उचित मांग को लेकर अड़े रहे तो जेपी कंपनी ने उच्चाधिकारियों से बात कर कंपनी में नौकरी देने की बात कही, इसके बाद ग्रामीणों ने धरना खत्म किया।
ग्रामीणों ने कहा सड़क का भी नहीं किया निर्माण
ग्रामीणों का कहना है कि 2008 में कंपनी ने सिरचौंपी से हिन्नौद तक सड़क का निर्माण कराने के लिए तत्कालीन कलेक्टर के सामने आश्वासन दिया था, लेकिन आज भी ग्रामीण सड़क के लिए परेशान हैं। जबकि दिन भर यहां कंपनी के भारी वाहन निकलते रहते हैं जिसके कारण पूरी सड़क जर्जर हो चुकी है। जहां से ग्रामीणों को निकलने में दिक्कत होती है फिर भी कंपनी इस ओर ध्यान नहीं दे रही है।
योग्यतानुसार देंगे नौकरी
मृतक के परिजन उसे इलाज के लिए जेपी की अस्पताल लेकर आए थे, जहां उसे सिविल अस्पताल जाकर इलाज कराने के लिए कहा गया था। इसके बाद कर्मचारी की मौत हो गई। मृतक के परिजनों को तत्कालीन सहायता राशि एक लाख रुपए दिए जाएंगे और ईएसआई की राशि भी दी जाएगी। साथ ही मृतक के बेटे के लिए योग्यतानुसार नौकरी भी दी जाएगी। इसके लिए दस्तावेज मांगे गए हैं।
अशोक शर्मा, वाइस प्रेसिडेंट, जेपी पावर प्लांट, बीना

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