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इस दिन अविवाहित युवतियां अच्छे पति के लिए रखती है उपवास, शिव से करती है कामना

locationसागरPublished: Aug 12, 2018 02:20:33 pm

Submitted by:

Samved Jain

vrat for wish good husband on 13 august 2018 monday hariyali teej

सागर. हिंदू धर्म में तीज और त्यौहार बहुत महत्वपूर्ण हैं। सावन के पवित्र महीने से, ये तीज त्यौहार शुरू होते हैं, जो दीपावली तक चलते हैं। शनि अमावस्या के बाद अब 13 अगस्त 2018 सोमवार को हरियाली तीज महोत्सव भारत में धूमधाम से मनाया जाएगा। यह दिन भारत में उन युवतियों के लिए विशेष होता है जो भगवान शिव से अच्छे वर की कामना करती हैं और इसी उपलक्ष्य में वह हरियाली तीज का व्रत रखतीं हैं। सागर सहित समूचे बुंदेलखंड में हरियाली तीज महोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। हरियाली अमावस्या से इसके कार्यक्रम शुरू हो जाते है जो एक पखवाड़े तक चलते रहते हैं। हालांकि, हरियाली तीज के दिन का विशेष महत्व रहता है। तो सबसे पहले आपको यह जानना जरूरी है कि 2018 की हरियाली तीज का शुभ मुहुरत क्या है? जो आपको आगे पढऩे मिलेगा।
पंडित रवि शास्त्री बताते है कि हरियाली एक नया चंद्रमा है और उसके बाद 1 दिन हरी चाय है, जो महिलाओं के लिए बहुत खास है। इस दिन महिलाएं भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करती हैं और सोलह श्रृंगार करती े हैं। ऐसा माना जाता है कि हरियाली तीज शिव और पार्वती की याद में मनाया जाता है। अविवाहित लड़कियां इस दिन उपवास करती हैं और एक अच्छे दूल्हे की इच्छा रखते हैं।
2018 में हरियाली तीज महोत्सव 13 अगस्त सोमवार को मनाया जा रहा है। यह तीज सावन महीने में शुक्ल पक्ष की तीसरी तिथि को मनाया जाता है। जिसे विशेष रूप से मध्य प्रदेश राज्य में मनाया जाता है। यह शास्त्रों में विश्वास किया जाता है कि माता पार्वती को पति के रूप में भगवान शिव मिला था और वह समय लगभग 108 वर्षों की गंभीर तपस्या से आया था, जो कि तेज़ का दिन था।
इस दिन अविवाहित युवतियां अच्छे पति के लिए रहती है उपवास, शिव से करती है कामना

हरियाली तीज का शुभ मुहूर्त

आरंभ: 13 अगस्त की सुबह 8 बजकर 38 मिनट

समाप्त : 14 अगस्त की सुबह 5 बजकर 46 मिनट

व्रत करने की पूजा विधि –

सुबह उठकर घर साफ करें और भगवान के सामने उपवास की शपथ लें।
घर पर मंदिर में काले मिट्टी के साथ भगवान शिव शंकर, माता पार्वती और गणेश की मूर्ति बनाएं।

उन्हें पूजा करने के लिए तिलक कर और फल चढ़ाए।

भगवान शिव को घंटी पत्र और पीले रंग के कपड़े चढ़ाए।्र
फिर तीज की कथा पढ़ें या सुनें और आरती करें और अगली सुबह माता पार्वती को प्रसाद चढ़ाए।

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