सागरPublished: Aug 13, 2019 08:49:50 pm
anuj hazari
पिछले सप्ताह हुई बारिश के बाद भी नगरपालिका ने नहीं लिया सबक
Water all around due to rain, contact with many villages broken
बीना. मंगलवार सुबह से हुई बारिश से शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र पानी-पानी हो गया। भारी बारिश से लोगों का जनजीवन अस्त व्यवस्त हो गया। बारिश के कारण लोग सुबह से ही घर से नहीं निकल सके। ग्रामीण क्षेत्रों से त्योहार के लिए खरीददारी करने के लिए भी लोग शहर तक नहीं आ सके। मंगलवार सुबह करीब छह बजे से ही बारिश शुरू हुई जो रुक-रुककर शाम तक होती रही। शहर से कुरवाई, खिमलासा व खुरई मार्ग को छोड़कर ग्रामीण क्षेत्रों को जाने वाले सभी रास्ते पुलिया पर पानी होने कारण बंद रहे। पिछले सप्ताह हुई बारिश के बाद भी नगरपालिका ने सबक नहीं लिया और शहर के नालों की सफाई नहीं कराई, साथ ही नालों पर किए गए अतिक्रमण को भी नहीं हटाया गया, जिसके कारण मुख्य मार्ग के अलावा शहर में कई लोगों के घरों में पानी भर गया। लोग नालियों की सफाई करने की गुहार नगरपालिका के अधिकारियों से लगा चुके हैं लेकिन अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। पिछले मंगलवार को स्टेशन रोड पर नाले के ऊफान पर आ जाने से पानी भर गया था मंगलवार को बारिश होने के कारण उसी जगह पर करीब डेढ़ फिट तक पानी भर गया। लोगों ने इसकी जानकारी नगरपालिका में दी। इसके बाद नपा इंजीनियर, नपाकर्मचारियों के साथ मौके पर पहुंचे। जहां पर उन्हें लोगों की खरी-खोटी सुननी पड़ी। गुस्साएं लोगों उन्हें सही तरीके से काम न करने का आरोप लगाया और तुरंत ही समस्या का निराकरण करने के लिए कहा। नाले पर अतिक्रमण होने के कारण पानी की सही निकासी नहीं हो पा रही है और वार्ड के दर्जनों घरों में पानी भर गया। इसके अलावा खिमलासा रोड पर भी माथुर कॉलोनी से आने वाला पानी सड़क पर भर गया। जिसके कारण लोग उस मार्ग से नहीं निकल पा रहे थे। वहीं गायत्री मंदिर के पास रेलवे क्वाटरों में बारिश का पानी भर गया। जिसके कारण वहां रहने वाले लोग परेशान होते रहे।
देहरी, बेलई, पड़रिया रोड पूरे दिन रहा बंद
मंगलवार की बारिश के बाद देहरी, बेलई, पड़रिया रोड पूरी तरह से बंद रहा। जहां पर नदी के उफान पर होने के कारण दर्जनों गांव से संपर्क टूटा रहा। लोग नदियों के पानी कम होने का इंतजार करते रहे हैं लेकिन जब शाम तक पानी कम नहीं हुआ जिसके कारण उन्हें लंबा चक्कर काटकर घर तक जाना पड़ा। देहरी रोड स्थित पुलिया पर पानी के कारण लोग जहां-तहां फंसे रहे जबकि कुछ महीनों पहले ही पुलिया का निर्माण किया गयाथा, जिसकी ऊंचाई बढ़ाने की मांग लोगों ने की थी लेकिन उसमें लीपापोती कर काम खत्म कर दिया गया। वहीं बेलई, भानगढ़ सहित दर्जनों गांव का संपर्क भी शहर से टूटा रहा। बेलई तिराहा स्थित पुलिया शाम तक उफान पर रही। पड़रिया गांव जाने पर रास्ते में मिलने वाली सिलार नदी भी उफान पर रही। बीना से गुलौआ गांव जाने वाला रास्ता भी पुलिया पर पानी होने के कारण बंद रहा। जिसके कारण लोग मंगलवार को प्रसिद्ध हनुमान मंदिर भी दर्शन करने के लिए नहीं जा सके। बड़ा मंदिर के पास मोतीचूर नदी भी उफान पर रही जिसके कारण स्टॉपडेम भी पानी में डूब गया और नदी के दूसरी ओर रहने वाले लोग घर जाने के लिए परेशान होते रहे।
रेलवे ट्रैक पर भरा पानी, स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस हुई लेट
बारिश के कारण रेलवे ट्रैक पर भी पानी भर गया। लेकिन पिछली बारिश से सीख लेकर नालियों की सफाई कर दी गई और निकासी की व्यवस्था करने के बाद ज्यादा देर तक टै्रक पर पानी नहीं भरा। लेकिन बारिश के कारण स्वर्णजयंती एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से करीब साढ़े तीन घंटे लेट पहुंची। वहीं छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस, क्षिप्रा एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से एक-एक घंटे लेट पहुंची।
बारिश के चलते बसाहरी में बिजली सप्लाई बंद
बारिश के कारण बसाहरी गांव में सुबह से ही बिजली सप्लाई बंद रही। जिसके कारण गांव में पीने के पानी की सप्लाई नहीं हो सकी। वहीं बिजली पर निर्भर दुकानें भी बंद रही। बारिश के कारण बाजार भी बंद रहा और लोग घरों से नहीं निकल सके।
खिमलासा में मुख्य मार्ग बना तालाब
ग्राम खिमलासा में स्टेट हाइवे बारिश के कारण तालाब में तब्दील हो गया। बारिश के पानी के कारण सड़क के गड्ढे भी लोगों को नजर नहीं आ रहे थे। जिसके कारण वहां से निकलने वाले वाहन चालक भी परेशान होते रहे।