ड्राइविंग सेंस की कमी बढ़ा रही दुर्घटनाएं :
संभाग में सड़क हादसों में मरने वालों का आंकड़ा साल- दर साल बढ़ रहा है। पिछले दो वर्षों में सड़क हादसों की सबसे बड़ी वजह सड़क सुरक्षा के नियमों को दरकिनार कर तेज गति, नशा, गलत दिशा से ओवर टेकिंग, हेलमेट की अनदेखी कर वाहन चलाने के रूप में सामने आई है। अकेले सागर जिले में ही गत वर्ष 365 दिनों में 500 से ज्यादा वाहन चालक और वाहनों में सवार लोगों ने अपनी जान गवाई थी। वर्ष 2022 के पहले माह के शुरूआती पखवाड़े में भी जिले में 12 से ज्यादा लोगों की सड़क हादसे में मौत हुई है।
सुरक्षा के प्रति सचेत करने लाइसेंस निलंबन :
परिवहन विभाग द्वारा दो वर्षों में लाइसेंस निलंबन की कार्रवाई तेज की गई है। पहले साल में जहां 10- 20 वाहन चालकों के लाइसेंस निलंबित किए जाते थे वहीं वर्ष 2020- 21 में सागर जिले में यह आंकड़ा बढ़कर 320 तक पहुंच गया है। अन्य जिलों में लाइसेंस निलंबन की कार्रवाई में वृद्धि हुई है। यातायात डीएसपी संजय खरे के अनुसार ड्राइविंग सेंस की कमी से हो रहे हादसों और लोगों को नियमों के प्रति सचेत व जिम्मेदार बनाने लाइसेंस निलंबन की कार्रवाई की जा रही है। यातायात पुलिस जिन लापरवाह- उद्दंड वाहन चालकों के विरुद्ध अनुशंसा करती है जिसके आधार पर परिवहन विभाग लाइसेंस निलंबित करता है।
अब नियमों की अनदेखी पड़ेगी भारी :
क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी प्रदीप कुमार शर्मा ने बताया कि सड़क पर वाहन चलाते समय रोड सेफ्टी कमेटी की गाइडलाइन और नियमों का पालन करना वाहनचालक व सफर करने वालों का जोखिम टालता। ड्राइविंग करते समय गति पर नियंत्रण रखना और नशे में वाहन नहीं चलाना भी वाहनचालक को काल के गाल में समाने से बचाता है। अब सड़कों पर आधुनिक उपकरणों से लैस पुलिस, ट्रैफिक सिग्नल, ब्रीथ एनालाइजर, इंटरसेप्टर व्हीकल के माध्यम से वाहन चालक की निगरानी करते हुए नियम की अनदेखी कर रही है। ऐसे में आने वाले दिनों में लाइसेंस निलंबन की कार्रवाइयां और भी तेज होंगी। इसलिए वाहन चालकों को संयमित रहकर नियमों के दायरे में ड्राइविंग करना होगा।
संभाग में ड्राइविंग लाइसेंस निलंबन की स्थिति :-
जिला – वर्ष 2019- 20 वर्ष 2020- 21
सागर :- 95 – 320
छतरपुर :- 44 – 23
दमोह :- 89 – 16
टीकमगढ़ :- 42 – 18
कुल :- 270 – 377