सागरPublished: May 26, 2020 09:24:58 pm
sachendra tiwari
साइलो बैग में न होता भंडारण तो होती परेशानी
Wheat purchased the most this year
बीना. इस वर्ष क्षेत्र में गेहूं की अच्छी पैदावार हुई थी और समर्थन मूल्य खरीदी केन्द्रों पर पिछले वर्षों की अपेक्षा ज्यादा खरीदी हुई है। साथ ही अभी भी खरीदी जारी है। जबकि वेयरहाउस में पिछले वर्षों का हजारों टन गेहूं रखा हुआ है, जिससे गेहूं की कमी पूरे वर्ष नहीं आएगी।
धीरे-धीरे किसानों का रुझान गेहूं की फसल की ओर बढ़ रहा है, जिससे गेहूं का रकबा भी बढ़ता जा रहा है। इस वर्ष गेहूं का रकबा सबसे ज्यादा था और मौसम अनुकूल होने के कारण उत्पादन भी अच्छा हुआ है, जिससे समर्थन मूल्य केन्द्रों पर रिकॉर्ड खरीदी की गई है और अभी भी तौल जारी है। साइलो केन्द्र पर बीना-खुरई की समितियों की खरीदी की जा रही है। जहां सोमवार तक २१ हजार मैट्रिक टन खरीदी हो चुकी थी और सैकड़ों किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर तौल के इंतजार में खड़े हुए हैं। इसके अलावा बिहरना वेयरहाउस में भी तीन समितियों, पुरैना समिति ने दो जगह और मंडीबामोरा समिति ने भी खरीदी की है। इन समितियों ने भी हजारों क्ंिवटल गेहूं खरीदा है। इन समितियों में खरीदे गए गेहूं का भंडारण एफसीआई और बिहरना वेयरहाउस में किया गया है। यदि साइलो बैग में इस बार खरीदी नहीं होती तो गेहूं का भंडारण करने में भी परेशानी होती। क्योंकि वेयरहाउसों में पहले से ही अनाज रखा हुआ है।
पिछले वर्ष का रखा 27 हजार मैट्रिक टन गेहूं
बिहरना वेयरहाउस प्रबंधक एमके पालिया ने बताया कि वर्ष 2019 का करीब 27 हजार मैट्रिक टन गेहूं रखा हुआ है। इसमें कोकून में रखा हुआ गेहूं भी शामिल है। पिछले वर्ष भंडारण की जगह न होने पर कोकून में गेहूं रखा गया था जो अभी तक नहीं खोले गए हैं। वेयरहाउस में वर्ष 2018 का भी 6300 मैट्रिक टन गेहूं रखा हुआ है।
बड़ी मात्रा में रह गई है तौल बाकी
अभी भी समर्थन मूल्य केन्द्रों पर ऐसे किसान बैठे हैं जिनको तौल के मैसेज आए थे और उनके गेहूं की तौल नहीं हो पाई है। इन किसानों के गेहूं की तौल हो जाने के बाद कुल खरीदी के आंकड़े सामने आएंगे।