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Honey Trap Case: आरती दयाल ने छतरपुर में इन्हें बनाया शिकार,श्वेता जैन के सागर में बहुत वीडियो

Honey Trap Case Big Expose: Who In Aarti Dayal Chhatarpur,Who is Sweta Jain Sagar Sweta jain Viral Video,हनी ट्रैप मामले में बुंदेलखंड का कनेक्शन आने के बाद सकते में स्थानीय नेता, अधिकारी और व्यापारी। शहर में तरह-तरह की चर्चाएं

सागरSep 21, 2019 / 06:48 pm

Samved Jain

Honey Trap Case: आरती दयाल ने छतरपुर में इन्हें बनाया शिकार,श्वेता जैन के सागर में बहुत वीडियो

सागर. हनी ट्रैप मामले में गिरफ्तार हुईं सागर और छरतपुर से संबंध रखने वाली दो महिलाओं का बुंदेलखंड कनेक्शन भी पुलिस जांच में सामने आ सकता है। इस रैकेट में जाल में फंसाए गए चर्चित नेता, अधिकारी और व्यापारियों के नाम भी सामने आ सकते है। छतरपुर की आरती दयाल ने तो छतरपुर से ही अपने शिकार बनाना शुरू किए। वहीं सागर की चर्चित श्वेता जैन के तो वीडियो तक वायरल हो चुके है।
हनी ट्रैप मामले में बुंदेलखंड कनेक्शन सामने आने के बाद समूचे बुंदेलखंड में हड़कंप मचा है। इनके वीडियो में फंसे भाजपा-कांग्रेस के नेता हों या आइइएस, आइपीएस सभी की टेंशन बड़ी हुई है। सागर में श्वेता जैन के कुछ चर्चे आम है। जो इस समय फिर से गलियारों में सुनाई देने लगे है। इतना ही नहीं २०१३ में वायरल हुए श्वेता जैन के वीडियो को फिर से मोबाइल पर शेयर मिलने लगे है। खास बात यह है दोनों की देह व्यापार में लिप्त महिलाएं काफी समय से चर्चाओं में होने के बाद अब भी पुलिस गिरफ्त से दूर थीं। यह भी महिलाओं के बड़े कनेक्शन को दर्शाता है।

कौन है आरती दयाल, छतरपुर में इन्हें बनाया शिकार
अफसरों और नेताओं को हनी ट्रेप में फंसाकर ब्लैकमेल करने वाले गिरोह की सदस्य आरती दयाल छतरपुर के वार्ड नंबर 37 देरी रोड की निवासी है। आरती के छतरपुर में बनाए शिकार में उनके पति का भी नाम है। आठ माह पहले अपने पति पंकज दयाल के खिलाफ छतरपुर के सिविल लाइन थाना में दहेज प्रताडऩा का केस दर्ज कराया था। केस दर्ज कराने के बाद से ही आरती ने अपने पति का साथ छोड़ दिया और हनी ट्रेप में फंसाकर लोगों को ब्लैकमेलिंग का धंधा शुरु कर दिया। शहर में नामचीन लोगों को शिकार बनाने के बाद वो भोपाल चली गई, जहां उसकी पहचान बड़े ब्लैकमेलर गिरोह के लोगों से हुई और वो ब्लैकमेलिंग के काले कारोबार में पूरी तरह से उतर गई। ये गिरोह रुपए वाले लोगों को टारगेट कर अपनी साजिश का शिकार बनाते और करोड़ों रुपए ऐठता था। एटीएस की टीम ने जब उसे पकड़ा तो छतरपुर आरटीओ में दर्ज कार से ही वसूली करने गई थी।

आरती दयाल ने छतरपुर में किसे फंसाया

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आरती दयाल छतरपुर शहर के 10 नामचीन लोगों को अपना शिकार बना चुकी है। ये दस लोग बड़े बिजनेसमैन और नेता है। आरती ने पहले उनसे संपर्क बनाया और हनी ट्रेप में फंसाने के बाद वीडियो वायरल करने की धमकी देकर इन लोगों से तगड़ी रकम वसूली। इन सभी १० लोगों के नाम के चर्चा शहर में आम है। जबकि इन लोगों की धड़कने भी आरती दयाल के पकड़े जाने के बाद बड़ी हुई है। बताते है कि आरती दयाल अपने लेपटाप में वह सभी वीडियो रखती थी, जो बनाए जाते थे। चर्चा यह भी है कि छतरपुर के उन १० लोगों ने अपने नाम और रुतबा को बचाने के लिए इन लोगों ने आरती की मांगे पूरी की और उससे पीछा छुड़ाया।

आरती दयाल ने क्यों छोड़ा छतरपुर, राजधानी में बढ़ाया देह व्यापार

छतरपुर में ब्लैकमेलिंग और देह व्यापार की सफलता के बाद आरती भोपाल शिफ्ट हो गई, जहां ब्लैकमेलर गैंग के संपर्क में आकर बड़ी-बड़ी वारदातों को अंजाम देने लगी। आरती के पकड़े जाने के बाद से शहर के वे लोग,जो उसका शिकार बन चुके हैं, उनको अपने नाम का खुलासा होने का डर सताने लगा है। एटीएस आरती से अब तक ब्लैकमेल किए गए लोगों के बारे में पूछताछ कर रही है, जिसके बाद छतरपुर में शिकार हुए लोगों के नाम सामने आने की संभावना है। इंदौर-भोपाल में हनी ट्रैप के मामले का खुलासा होने के बाद शहर में दिनभर सनसनी फैली रही। गिरोह के शिकार बने शहर के करीब एक दर्जन राजनेता और उद्योगपति, व्यापारी व रियलस्टेट कारोबार से जुड़े लोगों के नाम उजागर होने के बाद यहां कयासों का दौर चलता रहा है। शहर के कुछ व्यापारी भोपाल-इंदौर से लड़कियां बुलाकर स्थानीय होटलों में उनके लिए कमरा बुक कराते थे। इनमें से ही कुछ लोगों के वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैक मेल किया गया था। गिरोह के चंगुल में फंसकर कई व्यापारी और नेता इन्हें लाखों रुपए देकर खुद को बचा चुके है।
Honey Trap Case: आरती दयाल ने छतरपुर में इन्हें बनाया शिकार,श्वेता जैन के सागर में बहुत वीडियो

कौन है श्वेता जैन, सागर में हुआ था वीडियो वायरल
श्वेता जैन सागर का काफी चर्चित नाम है। देह व्यापार और ब्लैकमेलिंग के जिन मामलों में आज श्वेता जैन का नाम उजागर हुआ है, उसके लिए वह २०११ से ही चर्चाओं में थीं। हालांकि, पकड़े नहीं जाने और आरोप स्पष्ट नहीं होने की वजह से कोई श्वेता पर अंगुली नहीं उठा पाया था। बताते तो यह भी कि श्वेता जैन 2011 से 2013 के बीच सागर में भाजपा की सक्रिय राजनीति में नजर आई थी। वह भाजपा में रहते हुए संगठन में भी शामिल रहीं। महिला मोर्चा से लेकर प्रदेश संगठन तक में श्वेता जैन राजनीति करती रही। इस दौरान भी श्वेता जैन के चाल- चलन और कार्यप्रणाली पर लोग फुसफुसाते नजर आते थे। गलियों में चर्चांए होती थीं, लेकिन कोई खुलकर कुछ नहीं कह पाता था।

श्वेता जैन का वीडियो हुआ वायरल
भाजपा से राजनीति में सक्रिय होने के साथ-साथ 2013 तक प्रदेश में भी अपने बलवूते पर ही अच्छी पकड़ बना चुकी थी। श्वेता जैन को अब सागर की राजनीति में रहते हुए विधायक बनने का सपना भी दिखने लगा था। 2013 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने सागर विधानसभा से भाजपा से टिकट तक की दावेदारी कर दी थी। इसके बाद उड़े स्थानीय नेताओं के होश ने सागर की राजनीति में भूचाल लाकर खड़ा कर दिया था। 2013 में उस वक्त भी काफी आरोप-प्रत्यारोप लगे थे। उस समय एक बयान श्वेता जैन के चरित्र को लेकर भी आया था। इतना ही नहीं 2013 में श्वेता जैन का एक वीडियो भी सागर में वायरल हो गया था। जिसमें वह आपत्तिजनक स्थिति में नजर आई थी। यहीं वजह थी कि सागर से श्वेता जैन का टिकट तो कट ही गया था। सागर में उनकी बदनामी भी बज्जुर हुई थी। इसके बाद श्वेता जैन सागर से भोपाल की ओर रुख कर गई थी। जहां उन्होंने देह व्यापार और ब्लैकमेलिंग के धंधे को काफी बढ़ाया। जो जाकर सामने आया है। सागर में भी हाइप्रोफाइल नेता, आइएएस, आइपीएस की लिस्ट सामने आ जाती है, जो श्वेता जैन के संपर्क में रहे है, इससे हड़कंप मचा है।

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