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ट्रेनिंग के समय कमरों में सो रहे थे शिक्षक, कैमरा देखा तो भागे

locationसागरPublished: Jun 06, 2018 06:11:47 pm

सरकारी एवं प्राइवेट स्कूल में इस सत्र कक्षा 10वीं एवं 12वीं में गणित और विज्ञान विषय की पढ़ाई एनसीइआरटी की पुस्तकों से होगी।

Will be studying From NCERT books

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सागर. सरकारी एवं प्राइवेट स्कूल में इस सत्र कक्षा 10वीं एवं 12वीं में गणित और विज्ञान विषय की पढ़ाई एनसीइआरटी की पुस्तकों से होगी। इसको ध्यान में रखते हुए लोक शिक्षा विभाग द्वारा लगभग एक माह से पैटर्न को समझने के लिए शिक्षकों की ट्रेनिंग पर लाखों रुपए खर्च किए जा रहे हैं। लेकिन शिक्षक ट्रेनिंग के नाम पर गर्मी की छुट्टियां मना रहे हैं। यह सच्चाई हालात बयां कर रहे हैं। मंगलवार को पत्रिका की टीम दोपहर १२.१५ बजे एमएलबी स्कूल पहुंची, तो ट्रेनिंग के दौरान अधिकांश शिक्षक कूलर की हवा में सोते हुए पाए गए। यह ट्रेनिंग पूरे संभाग के शिक्षकों के लिए आयोजित की गई है। यहां उनके ठहरने के भी इंतजाम है।
कक्ष क्रं.-३३
कौन आया पता ही नहीं चला
कक्ष क्रमांक ३३ में दमोह से आए ४ शिक्षक सो रहे थे। इतनी गहरी नींद में थे कि कमरे में कौन आ रहा है, इन्हें पता भी नहीं चला। यहां छतरपुर से आए शिक्षक बैठे थे। उनसे जब पूछा तो उन्होंने नाम बताने से मना कर दिया और बोले तबीयत खराब है इसलिए आज ट्रेनिंग पर नहीं गए।
कक्ष क्रं.-३७
बच्चों को खिला रहे थे
छतरपुर से आए उमाशंकर शुक्ल अपने बच्चे को खिलाते मिले। दोपहर १ बजे वे भी कमरे में आराम कर रहे थे। उनका कहना था कि पत्नी पूनम त्रिपाठी ट्रेनिंग ले रही हैं, इसलिए बच्चे के साथ रुकना पड़ा। छतरपुर के ही प्रकाश आराम करते पाए गए। इनकी भाभी जयकुमर ट्रेनिंग ले रही थीं। एक ही कमरे में परिवार के साथ महिला शिक्षक यहां रुकी हुई हैं।
कक्ष क्रं.-३५
इस तरह भागे
कक्ष क्रमांक ३५ में चार शिक्षक सो रहे थे। पत्रिका टीम के पहुंचते ही चारों उठकर ट्रेनिंग के लिए पहुंच गए। यहां पन्ना से आए राजेन्द्र सिंह फोटो खींचने पर भड़क उठे।

आठ चरण में होना है ट्रेनिंग
स्कूल में ट्रेनिंग का चौथा चरण आयोजित किया जा रहा है। सोमवार से शुक्रवार तक सुबह ९.३० बजे से शाम ५.०० बजे तक ट्रेनिंग चल रही है। १६ मई से आयोजित ट्रेनिंग जुलाई में खत्म होगी। चौथे चरण में २२१ शिक्षकों का रजिस्ट्रेशन है। जून से स्कूल खुलने पर गणित और विज्ञान की एनसीइआरटी की पाठ्य पुस्तकें ही मान्य होंगी। गणित की जिम्मेदारी एनके जैन और विज्ञान की जिम्मेदारी आशा जैन को सौंपी गई है।


२२१ शिक्षक चौथे चरण में रुके
४०० रुपए हर शिक्षक पर एक दिन में हो रहे खर्च
२००० रुपए पांच दिन में एक शिक्षक पर हो रहा खर्चा
शि क्षकों के ठहरने और भोजन का इंतजाम भी मुफ्त

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