Lokayukta Raid In Sagar: लोकायुक्त पुलिस ने आदिम जाति कल्याण विभाग की महिला क्लर्क को 20 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा
राहत राशि जारी करने महिला क्लर्क ने मांगे 20 हजार,लोकायुक्त ने पकड़ा
सागर/ लोकायुक्त पुलिस ने आदिमजाति कल्याण विभाग सागर में पदस्थ सहायक ग्रेड 3 मीना साहू को 20 हजार रूपए रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। राहत राशि देने के एवज में यह रिश्वत मांगी गई थी।
लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक रामेश्वर यादव ने बताया कि सागर जिले के खिमलाशा निवासी शिवचरण अहिरवार द्वारा पुलिस अधीक्षकविशेष पुलिस स्थापना लोकायुक्त कार्यालय, सागर संभाग सागर के समक्ष शिकायत प्रस्तुत की थी। जिसमे आवेदक की राहत राशि 4 लाख 50 हजार रूपए निकालने के एवज में प्रति किस्त 10 हजार के हिसाब से रूपया 20 हजार रुपये की मांग की जा रही है।
शिकायत के बाद लोकायुक्त ने अपनी गतिविधियां बढ़ाई और महिला क्लर्क को ट्रेप किया गया। बुधवार को रिश्वत की राशि देना तय किया गया। जैसे ही शिवचरण महिला क्लर्क के बताए गए स्थान पर 20 हजार रुपए रिश्वत लेकर पहुंचा। लोकायुक्त ने महिला क्लर्क को 20 हजार रुपए रिश्वत के साथ पकड़ लिया। गिरफ्तारी के बाद जैसे ही महिला क्लर्क मीना साहू के हाथ पानी से धुलाए गए, वह नोट में लगे रंग से रंग गए। इसके बाद आगे की कार्रवाई लोकायुक्त द्वारा की गई।
शिवचरण का अनुसूचित जाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज था । जिसमे उसकी राहत राशि का मामला आदिम जाति कल्याण विभाग में लंबित था। लोकायुक्त की टीम ने आज सहायक आदिवासी कार्यालय में आरोपी मीनासाहू सहायक ग्रेड 3 को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथो गिरफ्तार किया गया। लोकायुक्त निरीक्षक मंजू सिंह और बीएम द्विवेदी के नेतृत्व में यह कार्यवाही की गई।
आवेदक शिवचरण ने बताया कि वह राहत राशि निकालने के लिए बार-बार कार्यालय के चक्कर काट रहा था। अनेक बार महिला क्लर्क मीना साहू से भी भेंट हुई, लेकिन कोई न कोई कारण बताते हुए काम नहीं किया जा रहा था। जिससे वह लगातार परेशान चल रहा था। शिवचरण के अनुसार एक दिन बताया जाता है कि सीधे-सीधे बात कर लीजिए, काम हो जाएगा। बाद में रिश्वत के बिना काम नहीं होने की जानकारी लगी और २० हजार रुपए रिश्वत मांगी गई। इसके बाद उन्होंने लोकायुक्त से शिकायत दर्ज कराई थी।