महिला सुने अपने मन की आवाज
कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार शरद सिंह ने कहा कि हर महिला को अपने मन की आवज सुननी चाहिए। टैलेंट तो हर महिला में रहता है लेकिन वो अपने अंदर की आवाज सुन नहीं पाती है और जब तक हम अपने अंदर कि आवाज नहीं सुनेंगे तब तक हम निर्णय नहीं ले सकेंगे। इसलिए जरूरी है हर महिला अपने मन की आवाज को सुनें।
कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार शरद सिंह ने कहा कि हर महिला को अपने मन की आवज सुननी चाहिए। टैलेंट तो हर महिला में रहता है लेकिन वो अपने अंदर की आवाज सुन नहीं पाती है और जब तक हम अपने अंदर कि आवाज नहीं सुनेंगे तब तक हम निर्णय नहीं ले सकेंगे। इसलिए जरूरी है हर महिला अपने मन की आवाज को सुनें।
खूबसूरत सा खवाब है औरत
साहित्यकार वर्षा सिंह ने अपनी गजल से कार्यक्रम में समां बांध दिया। पूरा सभागार तालियों की गूंज उठा। उन्होंने कहा कि खूबसूरत सा खवाब है औरत, जुल्मतों का जवाब है औरत। इसको पढऩा जरा आहिस्ता से,प्यार की इक किताब है औरत। इस जहां के हजार कांटों में, इक महकता गुलाब है औरत।
साहित्यकार वर्षा सिंह ने अपनी गजल से कार्यक्रम में समां बांध दिया। पूरा सभागार तालियों की गूंज उठा। उन्होंने कहा कि खूबसूरत सा खवाब है औरत, जुल्मतों का जवाब है औरत। इसको पढऩा जरा आहिस्ता से,प्यार की इक किताब है औरत। इस जहां के हजार कांटों में, इक महकता गुलाब है औरत।
जहां बाल विवाह को मुझे करें फोन
महिला जांबाज अधिकारी ज्योति तिवारी ने बताया कि वो पिछले दो वर्षों से महिला बाल विवाह रोकने में सतत प्रयासरत है। वर्तमान में विशेष किशोर पुलिस इकाई जिला सागर में कार्यरत हूं। अब तक ३१० बाल विवाह रोके हैं। अभी भी बेटियों को पढऩे नहीं दिया जा रहा है, उनकी शादी करा दी जाती है। लेकिन हम सबको मिलकर बाल विवाह रोकने के प्रयास करने होंगे। जहां भी बाल विवाह की सूचना मिले मुझे फोन करें। हम बाल विवाक को रोकेंगे।
महिला जांबाज अधिकारी ज्योति तिवारी ने बताया कि वो पिछले दो वर्षों से महिला बाल विवाह रोकने में सतत प्रयासरत है। वर्तमान में विशेष किशोर पुलिस इकाई जिला सागर में कार्यरत हूं। अब तक ३१० बाल विवाह रोके हैं। अभी भी बेटियों को पढऩे नहीं दिया जा रहा है, उनकी शादी करा दी जाती है। लेकिन हम सबको मिलकर बाल विवाह रोकने के प्रयास करने होंगे। जहां भी बाल विवाह की सूचना मिले मुझे फोन करें। हम बाल विवाक को रोकेंगे।
देवी के रूप में हो पूजा
सेवानिृवत्त प्रो. डां चंचला दवे ने कहा कि महिला परिवार के हर संकट को हर लेती है। महिला के कोख से ही बेटे का जन्म होता है, तो फिर लड़कों और लड़कियों में असामनता क्यों। हर घर में देवी के रूप में महिला की पूजा की जानी चाहिए।
सेवानिृवत्त प्रो. डां चंचला दवे ने कहा कि महिला परिवार के हर संकट को हर लेती है। महिला के कोख से ही बेटे का जन्म होता है, तो फिर लड़कों और लड़कियों में असामनता क्यों। हर घर में देवी के रूप में महिला की पूजा की जानी चाहिए।
परिवार में मिले आगे बढऩे की प्रेरणा
डॉ. सरोज गुप्ता ने कहा कि महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए परिवार से प्रेरणा मिलनी चाहिए। हमनें भारतीय शिक्षा मण्डल की शुरूआत की तो हमारे शहर की ६०० महिलाएं जुड़ गई। आज वे अपने के विचारों को लिख रही हैं और संगोष्ठियों का आयोजन कर रही हैं। महिलाओं में इच्छा शक्ति हो तो वे सब कर सकती हैं।
डॉ. सरोज गुप्ता ने कहा कि महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए परिवार से प्रेरणा मिलनी चाहिए। हमनें भारतीय शिक्षा मण्डल की शुरूआत की तो हमारे शहर की ६०० महिलाएं जुड़ गई। आज वे अपने के विचारों को लिख रही हैं और संगोष्ठियों का आयोजन कर रही हैं। महिलाओं में इच्छा शक्ति हो तो वे सब कर सकती हैं।